कृषि बिल: किसान स्वतंत्र होकर अपनी फसल बेच सकेगा: निशंक

Haridwar

हरिद्वार। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहाकि मोदी सरकार जो कहती है वहीं करती है। 60 वर्षों में किसानों के हितों के लिए जितने कार्य नहीं हुए हैं मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में किसानों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जिसमें से कृषि बिल एक है। कृषि बिल के नाम पर विरोध करने से कांग्रेस का दोहरा चेहरा जनता के सामने आ गया है। कांग्रेस अपने दोहरे चेहरे की मंशा को छिपा नहीं पाती वह उजागर कर ही देती है। कृषि बिल का विरोध इसी का उदाहरण है। यह बात उन्होंने रविवार को सीसीआर में तीन-किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य(संवर्द्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020, कृषक(सशक्तिकरण व संरक्षण)कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020, एवं आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक 2020- कृषि सुधार कानून एवं सरकार की उपलब्धियों पर एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कही।
श्री निशंक ने कहाकि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया। जब मोदी सरकार किसानों को सुदृढ़, समृद्ध और आत्मनिर्भर बना रही है तो वह इसका विरोध कर रही है। उन्होंने कहाकि कांग्रेस बताए कि उसने अपने कार्यकाल में किसानों के लिए क्या किया। कांग्रेस केवल विरोध के लिए विरोध कर केवल माहौल बिगाडऩे का कार्य कर रही है। उन्होंने कहाकि कांग्रेस 125 वर्ष से अधिक पुरानी पार्टी है। कृषि बिल उसके घोषणा पत्र में था। कांग्रेस को विरोध करने से पूर्व अपने घोषणा पत्र को अवश्य पढ़ लेना चाहिए था।
श्री निशंक ने कहाकि पांच दशक से अधिक के अपने राज में कांग्रेस ने केवल छल-कपट किया। अब विरोध करने वालों के चेहरे बेनकाब हो चुके हैं। इसी के चलते बची हुई कांग्रेस भी समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहाकि कांग्रेस के कार्यकाल में किसान मकडज़ाल में फंसा हुआ था। 2013 में इस बिल को लाने की राहुल गांधी ने अपने घोषणा पत्र में बात कही थी। फिर इस बिल का आज क्यों विरोध किया जा रहा है। कहाकि जब विरोध करना ही था तो संसद में इसका विरोध क्यों नहीं किया।
उन्होंने कहाकि इस कृषि बिल से किसानों की आय दोगुनी होगी। इस बिल से एमएपी और मंडियां खत्म नहीं होंगीं। न ही मंडियों को बंद किया जा रहा है। अब किसान स्वतंत्र होकर अपनी उपज को बेच सकता है। किसान चाहे तो मंड़ी में या फिर मंडी से बाहर अपनी उपज को दूसरे राज्य में बेचने के लिए स्वतंत्र हैं। यह किसानों को मजबूत करने के लिए उठाया गया कदम है। उन्होंने कहाकि यदि किसान रजिस्टर्ड मंडी विक्रेता को अपनी उपज नहीं बेचना चाहता है तो वह इसके लिए स्वतंत्र है।
ऐसा करने से उसे टेक्स भी नहीं देना पड़ेगा और बिचौलियों से भी वह बच सकेगा। उन्होंने कहाकि अभी तक किसान की मेहनत का हिस्सा बिचौलिए कमाते थे, किन्तु अब ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहाकि मोदी सरकार किसानों की सरकार है। अभी तक केन्द्र सरकार द्वारा किसान समृद्धि योजना के तहत किसानों के खाते में 92 हजार करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहाकि यदि कांग्रेस वाकई किसान हित में सोचती थी जो उसने अपने रहते स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू क्यों नहीं किया। श्री निशंक ने कहाकि मोदी सरकार ने इस बिल के माध्यम से स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया है। उन्होंने कहाकि इस बिल के लागू होने से किसान के लिए एक दे श एक बाजार की सुविधा हो गयी है। उन्होंने कांग्रेस को दोहरे चरित्र वाली पार्टी बताते हुए कहाकि जिस प्रकार से कांग्रेस किसानों को बरगला रही है। किसान कांग्रेस की चाल को समझ चुका है और इसी के चलते बची हुई कांग्रेस भी समाप्त हो जाएगी।
इस अवसर पर खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैम्पियन, विधायक देशराज कर्णवाल, विधायक सुरेश राठौर, जिलाध्यक्ष डा० जयपाल सिंह चौहान, पंकज सहगल, ओमप्रकाश जमदग्नि, संजय चोपड़ा, नरेन्द्र कौशल अपर महानिदेशक, आदेश सैनी आदि मौजूद रहे।

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