रुड़की/संवाददाता
भारतीय किसान यूनियन (अ) तथा संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हिंदुस्तान के सभी किसान दिल्ली में चल रहे केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन को 6 माह पूरे होने के उपरांत “काला दिवस” मनाने का निर्णय लिया है। साथ ही सभी किसानों से संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा अनुरोध किया गया है कि सभी किसान अपने गांव, शहर, गली तथा मौहल्ला में काला झंडा लगाकर तथा अपने गांव में केंद्र सरकार का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन करेंगे और सरकार की नाकामियों को उजागर करने का काम करेंगे। इस मौके पर भाकियू (अ) विधिक सेल के प्रदेश अध्यक्ष फरमान त्यागी एडवोकेट ने भी यूनियन के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि सभी पदाधिकारी अपने गांव व घरों की छत पर काला झंडा लगाकर तथा गांव में नुक्कड़ चौराहे पर केंद्र सरकार का पुतला जलाएंगे। कहा कि अगर केंद्र सरकार तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेती, तो दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को और मजबूत किया जाएगा। सरकार से उनकी मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले तथा जितने भी किसान दिल्ली में चल रहे आंदोलन में आज तक शहीद हुए हैं, उनको दस-दस लाख का मुआवजा दें तथा पूरे भारत के किसानों को कर्जा मुक्त करें तथा किसानों की आय दोगुनी करने का कार्य करें। इसी बात को लेकर आगामी 26 मई को पूरे भारत के किसानों ने केंद्र सरकार व राज्य सरकारों के खिलाफ काला दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
