*देहरादून से जुड़े थे तार।
बद्रीविशाल ब्यूरो
हरिद्वार। अपराधियों की धरपकड़ में जुटी हरिद्वार पुलिस के हाथ नकली नोट छापने वाले गिरोह तक पहुंचे। गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करीब सवा दो लाख के जाली नोट व अन्य सामान बरामद किया गया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
रोशनाबाद स्थित एसएसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने खुलासा करते हुए बताया कि जिले में अपराधियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने अभियान तेज किया हुआ गई। इसी के चलते रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के सुमन नगर इलाके में पुलिस ने चैकिंग के दौरान दो मोटर साइकिलों पर सवार 04 संदिग्धों को रोककर उनकी तलाशी ली। जिनके कब्जे से 22 हजार रूपये के जाली नोट (500 के 44 नोट) बरामद किए गए।
पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि इस काम में उनके दो और साथी भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपी युवकों की निशानदेही पर ए एसपी जितेन्द्र मेहरा के नेतृत्व में अलग अलग टीमें गठित कर सुद्धोवाला प्रेमनगर से अभियुक्त मोहित पुत्र राजेन्द्र को दबोच कर उसके कब्जे से 500 रुपये के 200 नकली नोट कुल 01 लाख रूपये व उसके किराए के कमरे से एक लैपटॉप, प्रिंटर, 02 ब्लेड़ कटर, 02 चमकीली ग्रीन टेप, व नोट छापने के सामान के साथ तथा दूसरी पुलिस टीम द्वारा दून एनक्लेव पटेल नगर देहरादून से अभियुक्त विशाल पुत्र राजेश को 500 के 207 नकली नोट कुल 01 लाख 3 हजार 500 रूपये, एक लैपटॉप, एक प्रिन्टर व नकली नोट बनाने का सामान (02 प्रिन्टर इंक जेट एचपी कम्पनी, 02 कटर, 02 केंची ,01 पेपर कटर, 03 ब्लेड़ कटर आदि नोट बनाने का सामान बरामद कर लिया है।
पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों 1- सौरभ पुत्र जसबीर निवासी गांधी कालोनी देवबंद उ0प्र0,2- निखिल कुमार पुत्र सुरेन्द्र कुमार निवासी शांह जहापुर, सहारनपुर,3- अनंतबीर पुत्र स्व0 जिले सिह निवासी बाबूगढ छावनी जिला हापुड़, 4- नीरज पुत्र राजेश निवासी गांधी कालोनी देवबंद , 5- मोहित पुत्र राजेन्द्र निवासी सरसावा जिला सहारनपुर व
6- विशाल पुत्र राजेश निवासी गांधी कालोनी देवबंद, सहारनपुर के नाम सामने आए। आरोपियों के कब्जे से कुल 02 लाख 25 हजार 500 (500 रू0 के 451 नोट) के साथ 02 बाइक, 02 लैपटॉप, 02 प्रिन्टर के अलावा कटर, केंची, पेपर कटर, पैन ड्राईव व नोट बनाने का सामान आदि बरामद किया गया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
आरोपियों का अपराधिक इतिहास
पकड़े गए आरोपियों में मोहित व विशाल पूरे गेम के मास्टरमाइंड रहे। वहीं मोहित और निखिल पूर्व में भी जारी नोटों के धंधे में जेल की हवा खा चुके हैं। आरोपी नकली नोट बनाने के काम किराए के मकान में करते थे। सोरभ पूर्व में थाना पटेलनगर देहरादून में बेग छीनने के मामले में जेल जा चुका है। जबकि आरोपी निखिल पूर्व में हरिद्वार में एकम्स कम्पनी में सिक्योरिटी की जॉब करता था। वहीं आरोपी अनंतबीर बंगाल इन्जिनयर सैन्टर में भर्ती हुआ था। फिर 2004 में एक्सीडेंट के कारण आर्मी की नौकरी छोड दी। वर्ष 2022 में GRP नजीवाबाद में लूट के मामले मे जेल गया था।