महाविद्यालय में प्राचार्य ने दिलायी हिमालय रक्षा की शपथ
हरिद्वार। हिमालय दिवस पर एसएमजेएन कॉलेज में प्राचार्य डॉ. सुनील बत्रा ने हिमालय बचाओ अभियान का शुभारम्भ किया। सर्वप्रथम कॉलेज के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को हिमालय रक्षा की शपथ दिलायी गयी। इस अवसर पर डा. बत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का संदेश भी छात्र-छात्राओं को पढ़ कर सुनाया।
प्राचार्य डॉ. बत्रा ने कहा कि हिमालय हमारे देश का मस्तक है और हमारे देश की आन-बान-शान है, जिसे सुरक्षित रखना हम सबका नैतिक जिम्मेदारी है। डॉ. बत्रा ने कहा कि हमें पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए अपने जीवन में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उसकी सुरक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें पॉलिथीन का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए तथा पर्यावरण को दूषित होने से बचाना चाहिए। डॉ. बत्रा ने आह्वान किया कि हम सभी को आज संकल्प लेना होगा कि पर्वतराज हिमालय को किसी भी प्रकार का नुकसान न पहुंचे। वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को सन्तुलित करने में हिमालय की महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तराखण्ड प्रदेश का सामाजिक और सांस्कृतिक ताना-बाना हिमालय पर पूर्ण रुप से आधारित है। उन्होंने कहा कि हिमालय विविध प्राकृतिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय कारणों से अहम हैं। यह धुव्रीय क्षेत्रों के बाद पृथ्वी पर सबसे बड़ा हिमाच्छादित क्षेत्र है। उन्होेंने कहा कोरोना काल में स्वच्छ वायु एवं जीवन का आधार हिमालय के क्षेत्रों में प्राणवायु, आक्सीजन को लेने के लिए जिस प्रकार से पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों का हुजूम उमड़ा, उससे पर्वतराज के प्रति हमारी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।
डॉ. मन मोहन गुप्ता, डॉ. जगदीश चन्द्र आर्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में डॉ. नलिनी जैन, प्रो. विनय थपलियाल, डॉ. सुषमा नयाल, डॉ. निविन्धया शर्मा, डॉ. मनोज कुमार सोही, डॉ. विनीता चौहान, डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ. रिचा मनोचा, श्रीमती रिंकल गोयल, कु. सुगन्धा वर्मा, डॉ. लता शर्मा, विवेक मित्तल, अंकित अग्रवाल, डॉ. सरोज शर्मा, मेहुल सिंह, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. पदमावती तनेजा, डॉ. प्रज्ञा जोशी, कु. नेहा गुप्ता, पूर्णिमा सुन्दरियाल, विनीत सक्सेना, डॉ. विजय शर्मा, मोहन चन्द्र पाण्डेय, वेद प्रकाश चौहान, हेमवंती आदि शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित रहे।
