*मिल का एकाउंट मैनेजर भी गिरफ्तार।
बद्रीविशाल ब्यूरो
हरिद्वार। किसानों के नाम पर करोड़ों के लोन हड़पने के मामले में पुलिस ने मिल प्रबन्धक व बैंक प्रबंधक दोनों को सीबीसीआईडी की मदद से गिरफ्तार कर लिया। मामले में कई आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। मामला इकबालपुर शुगर मिल में लोन फर्जीवाड़े से जुड़ा है।
जानकारी के मुताबिक जिले के झबरेडा थाना क्षेत्र के कई किसानों, मजदूरों के नाम पर फर्जी तरीके से बैंक अकाउंट खुलवाकर पंजाब नेशनल बैंक की इकबालपुर शाखा से वर्ष 2008 से वर्ष 2020 तक करीब 36 करोड़ के कोप लोन लिये गए। जिसकी जानकारी भोले भाले किसानों व मजदूरों को तब हुई जब उनके घरों में बैंक से नोटिस गए।
मामले में उच्चाधिकारियों के आदेश पर तत्कालीन चौकी प्रभारी इकबालपुर मोहन कठैत ने शुगर मिल प्रबंधक व तत्कालीन बैंक मैनेजर पी.एन.बी. शाखा इकबालपुर के खिलाफ 19 मार्च 2021 को झबरेडा थाने में धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था,जिसमें बाद में धारा 467, 468, 471 की बढोत्तरी की गई थी। मामले की आंच पुलिस मुख्यालय डीजीपी तक पहुंची।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर मामले की जांच सीबीसीआईडी देहरादून को सौंपी गई। मामले में जांच के बाद वर्तमान विवेचक निरीक्षक वेद प्रकाश थपलियाल ने 05 आरोपियों को 55 सीआरपीसी. के तहत नोटिस जारी किए थे। जिनमे दो आरोपियों उमेश शर्मा व पवन ढींगरा को झबरेड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों में पवन ढींगरा पुत्र बलदेव राज ढीगरा इकबालपुर शुगर मिल का मैनेजर है जो वर्तमान में लक्सर शुगर मिल में तैनात है। वहीं उमेश शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा इस समय शुगर मिल इकबालपुर में एकाउंट मैनेजर था, जो वर्तमान में शाकुम्भरी शुगर मिल बेहट में एकाउंट मैनेजर के पद पर है। वहीं लोन धोखाधड़ी के इस खेल में अन्य आरोपियों की पुलिस को तलाश है।