विदेशी धरती पर गोल्ड जितने वाली रंजीता को प्रगत भारत संस्था ने किया सम्मानित

Haridwar Sports

*तंग आर्थिक हालातों में हासिल किया मुकाम

बद्रीविशाल ब्यूरो

हरिद्वार। विगत दिनों साउथ अफ्रीका में सम्पन्न हुई कॉमनवेल्थ बेंच प्रेस पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर लौटी हरिद्वार की रंजीता को उनकी इस उपलब्धि पर प्रगत भारत संस्था ने सम्मानित किया।

ज्वालापुर के पीठ बाज़ार स्थित रंजीता के आवास पर पहुंचे प्रगत भारत संस्था के (अध्यक्ष) कोच सुदीप बनर्जी ने पुष्प गुच्छ देकर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर रोज लायंस एकेडमी के संचालक गुलाब सिंह,समाज सेविका अंजलि कटारिया,प्रीतम सिंह तोमर ,रचित कौशिक,ध्रुव वैध्या, प्रेम गोस्वामी, आशीष,विनीत,संजू,अश्मित व अंजलि आदि कई लोगो ने उन्हें बधाई दी।

बता दें कि सन सिटी साउथ अफ्रीका में कॉमनवेल्थ बेंच प्रेस पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप के लिए उत्तराखंड प्रदेश से दो खिलाड़ियों का चयन हुआ था जिनमें रंजीता ने 57 किलोभार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है। वहीं मानसी त्रिपाठी ने 84 किलोभार वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है।

बेहद तंग हालातों में जीता स्वर्ण

गोल्ड मेडलिस्ट रंजीता ने बेहद तंग चल रहे आर्थिक हालातों में यह उपलब्धि पाई है। रंजीता ने बचपन से ही गरीबी को बेहद नजदीक से देखा। कागज के लिफाफे बनाकर बेचने से गोल्ड मेडल जीतने तक के सफ़र में रंजीता ने कई बार कठिन परिस्थितियों का सामना किया। लेकिन हिम्मत और जज्बे के दम पर बिना किसी सरकारी आर्थिक मदद के रंजीता ने विदेशी धरती पर जाकर यह उपलब्धि हासिल कर प्रदेश व देश का मान बढ़ाया। अब भी रंजीता के सामने भविष्य में होने वाले बड़े इवेंट्स में हिस्सा लेने के लिए आर्थिक तंगी उनकी चिंता का विषय बनी हुई है।

बचपन में ही उठ गया था माता पिता का साया

रंजीता का कोई भाई नहीं, चार बहनों में रंजीता चाथे नम्बर की है। बचपन में ही रंजीता के सिर से उनके माता पिता का साया उठ गया था। गरीबी के चलते जहा कोई दो कदम भी किसी की मदद के बिना नहीं चल सकता वहीं रंजीता ने अपनी मेहनत व लगन के दम पर इस कामयाबी को पाया।

दैनिक बद्रीविशाल से बातचीत में रंजीता ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने कोच अमित सर को दिया। हमारे संवाददाता गणेश वैद से बातचीत में रंजीता ने बताया कि जब उनका इस चैंपियनशिप के लिए चतन हुआ तो आर्थिक तंगी के चलते उनका विदेशी खर्च उठाना भी मुश्किल था। रंजीता ने बताया कि अब उनका सारा ध्यान आगामी 15-17 अक्टूबर को गोवा में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप पर है।

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