निर्माणधीन दीवार तोड़ने व कर्मी से हाथापाई कर धमकी देनेे का आरोप
हरिद्वार। भूमा निकेतन आश्रम के प्रबंधक ने कोतवाली ज्वालापुर में बाप-बेटों सहित चार के खिलाफ निर्माण कार्यो को ध्वस्त करने तथा कर्मी के साथ गाली गलोच करते हुए जान से मारने की ध्मकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस ने प्रबंधक की तहरीर पर चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाली ज्वालापुर प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि भूमा निकेतन आश्रम सप्तसरोवर हरिद्वार के प्रबंधक राजेश कुमार ने तहरीर देते हुए शिकायत की हैं कि स्वामी अच्युतानंद तीर्थ व सुशील गोयल ने रानीपुर झाल ज्वालापुर स्थित करीब 42 बीघा जमीन वर्ष 2003-04, 2014-15 में स्वामी वेदानंद सरस्वती व उसके परिजनों से खरीदी थी। उनसे खरीदी गयी जमीन पर किसी भी प्रकार का कोई भी विवाद किसी भी न्यायालय में स्वामी वेदानदं सरस्वती के साथ नही है। आश्रम द्वारा खरीदी गयी जमीन पर करीब 15 दिनों से निर्माण कार्य कराने का प्रयास कर रहा हैं। आरोप हैं कि गत दिनों स्वामी वेदानदं सरस्वती अनुचित रूप से धन प्राप्त करने की नीयत से उनको परेशान करते हुए उनकी जमीन के रास्ते को खोद कर मार्ग बंद कर दिया था। जिसके सम्बंध में पुलिस और राजस्व विभाग से शिकायत की गयी। जिसपर पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जब राजस्व विभाग टीम ने भूमि की पैमाइश शुरू की तो स्वामी वेदानदं सरस्वती ने पैमाइश नहीं करने दी और टीम को लौटा दिया। जिसके बाद आश्रम द्वारा अपनी जमीन पर निर्माण शुरू कराया गया। लेकिन शुक्रवार की देर रात को स्वामी वेदानदं सरस्वती अपने बेटों अमर, मुकेश और एक अन्य अज्ञात के साथ मिलकर निर्माण की गयी दीवार को ध्वस्त कर दिया। जिसकी जानकारी लगते आश्रम के कर्मी दिनेश मौके पर पहुंचा। आरोप हैं कि चारों ने कर्मी दिनेश के साथ गाली गलोच करते हुए हाथापाई कर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने आश्रम प्रबंधक की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।