केएफसी कम्पनी को 32 लाख का माल 15 लाख में बेचा
केएफसी कम्पनी का मालिक सहित दो फरार, पुलिस तलाश में जुटीे
हरिद्वार। सिड़कुल पुलिस ने 32 लाख का माल लेकर फरार हुए ट्रक चालक सहित दो को डैंसों चौक से ट्रक सहित गिरफ्रतार कर लिया। जिनकी निशानदेही से पुलिस ने सिड़कुल में ही एक कम्पनी को ही बेचा गया कुछ माल भी बरामद किया है। जबकि माल खरीदने वाला कम्पनी मालिक सहित दो फरार है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। सिड़कुल एसओ लखपत सिंह बुटोला ने बताया कि 25 सितम्बर को बीएसएल स्काफोल्डिंग कम्पनी सिड़क प्लांट हैड तमाल साहा पुत्र स्व. मदन मोहन ने तहरीर देते हुए शिकायत की थी कि 15 सितम्बर को उनकी कम्पनी से एक ट्रक 13 टन एल्यूमिनियम माल लेकर पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुआ था। जिसकी कीमत करीब 32 लाख रूपये है। लेकिन ट्रक चालक दस दिन बीत जाने के बाद भी माल लेकर भेजे गये स्थल पर नहीं पहुंचा है। प्लांट हैड ने ट्रक चालक, मालिक और ट्रांसपोर्टर गबन का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी। इसी दौरान सोमवार को मुखबिर से सूचना मिली कि डैंसो चौक पर आरोप ट्रक चालक बबलू पुत्र मुश्ताक निवासी मौ. मुरादनगर गाजियाबाद यूपी हाल ग्राम दादूपुर गोविन्दपुर रानीपुर और उसके साथी वसीम पुत्र नसीम निवासी मौ. पठानपुरा मंगलौर हरिद्वार को देखा गया है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मुखबिर की निशानदेही से दोनों को ट्रक सहित गिरफ्रतार कर लिया। जिनको थाने लाकर पूछताछ की गयी तो उन्होंने घटना से पर्दा उठाते हुए खुलासा किया कि उसका एक साथी शहजाद पुत्र अख्तर निवासी सलेमपुर रानीपुर हरिद्वार से वर्षो पुरानी जान पहचान है। उसी के कहने पर ही उन तीनों ने यह माल सिड़कुल स्थित केएफसी कम्पनी के मालिक आशीष पुत्र विनोद निवासी दिल्ली को माल 15 लाख रूपये में बेचा था। इसमें से कुछ माल शहजाद ने बेचने के लिए अपने पास रख लिया था। आशीष के कहने पर उनके पिता विनोद ने 09 लाख रूपये नगद शहजाद को दिये थे। जिसमें से शहजाद ने उन दोनों को 10-10 हजार रूपये दिये थे, बाकी के पैसे कम्पनी से बकाया मिलने के बाद आपस में बांट लेने की बात कही थी। शहजाद ने आज मिलकर बाकी पैसे देने के लिए बुलाया था। लेकिन शहजाद के ना आने पर वह बहादराबाद की ओर जा रहे थे, तभी पकडे गये। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही से केएफसी कम्पनी में छापा मारकर 07 टन माल बरामद किया है। जिसकी कीमत करीब 18 लाख बतायी जा रही है। लेकिन कम्पनी का मालिक आशीष कम्पनी नहीं मिला, जानकारी पर पता चला कि वह किसी काम के सिलसिले में दिल्ली गये है। जबकि केएफसी कम्पनी कर्मियों ने बताया कि ओर माल गलाया जा चुका है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर मेडिकल कराने के पश्चात न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उनको जेल भेज दिया गया है। पुलिस फरार आरोपियों आशीष और शहजाद की तलाश में जुट गयी है।