रुड़की/संवाददाता
नगर निगम रुड़की का निर्माण विभाग इन दिनों खूब चर्चाओं में चल रहा है, वह इसलिय कि फर्म रजिस्ट्रेशन के नवीनीकरण के नाम पर ठेकेदारों से खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है, जब ठेकेदारों ने अधिकारियों व मेयर से इस संबंध में उन्हें अवगत कराया, तो उनको सांप सूंघ गया और उनकी लाचार हालात देखते हुए ठेकेदारों ने इन अवैध वसूली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
बताया गया है कि नगर निगम में ठेकेदार अपनी रजिस्टर्ड फर्म का सालाना नवीनीकरण कराते है, इसकी एवज में निर्माण विभाग द्वारा उन्हें 5250 रुपये की रसीद दी जाती है, लेकिन इस बार इन ठेकेदारों से 5250 की जगह 7 हजार रुपये वसूले जा रहे हैं, ओर रसीद मात्र 5250 रुपये की ही दी जा रही है। जब निगम के ठेकेदार मांगेराम गर्ग अपनी फर्म का नवीनीकरण कराने पहुंचे, तो उनसे भी रसीद काटने वाले कर्मी ने सात हजार रुपये की डिमांड की ओर बताया कि रसीद सिर्फ 5250 रुपये की ही दी जाएगी। इस पर जब उसने कारण पूछा तो कर्मी ने बताया कि कार्यालय से लेकर मेयर व अधिकारियों के खर्च पूरे करने के लिए उन्हें ज्यादा धनराशि वसूलने के लिए कहा गया है। वह सिर्फ उच्च अधिकारियों के आदेश का पालन कर रहे हैं। साथ ही ठेकेदार मांगेराम गर्ग ने इस संबंध में एसएनए, एमएनए व मेयर व जेएम रुड़की को भी शिकायत की लेकिन कुछ अधिकारी उन्हें मील नही ओर कुछ ने इस मामले पर पर्दा डालने के लिए कहा। अब कहने को तो प्रदेश में भाजपा को जीरो टॉलरेंस की सरकार चल रहे, वहीं रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण के नाम पर हो रही खुली लूट पर सरकार व अधिकारी चुप्पी क्यों साधे हुए है। वहीं इस संबंध में जानकारी लेने एसएनए भट्ट ने फोन नही उठाया।