ऋषिकेश। ऋषिकेश स्थित विश्व प्रसिद्ध 84 कुटी में हर साल हजारों सैलानी घूमने के लिये आते हैं और यहां की सुंदरता देख कर मोहित हो जाते हैं। अगर बात करें राजस्व अर्जन की भी तो ये मील का पत्थर साबित हो रहा है। पार्क के अन्य गेट के मुकाबले इस गेट में सैलानियों की बढ़ती संख्या से महकमा उत्साहित है।
वहीं पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर कई टीमें यंहा पर पेट्रोलिंग करती रहती हैं जिसे देख विदेशी पर्यटकों को यंहा अपने देश जैसा माहौल मिल रहा है। इतना ही नहीं स्थानीय पर्यटकों को भी यहां के नजारे लुभाते हैं। 70 के दशक में महर्षि महेश योगी द्वारा स्थापित 84 कुटी की योग पताका सारी दुनिया में फैली। इसकी प्रसिद्धि देख तब के प्रसिद्ध संगीतकार व गायक बीटल्स ने कुछ दिनों तक यहां ध्यान साधना करते हुये कई रचनायें गड़ी, और उनके लौटने के बाद से ही यह स्थान उनके चाहने वालों के लिए अहम स्थान बन गया। वक्त बीतने के साथ ही राजाजी पार्क महकमें ने इसे अपने कब्जे में लेकर इसको संरक्षित कर रखा है। जिसे देख कर यंहा आने वाले विदेशी काफी खुश नजर आ रहे हैं। इन पर्यटकों की माने तो यंहा की व्यवस्था व सुरक्षा के इंतजाम उनके घर के समान मालूम हो रहे हैं। बता दंे कि रिजर्व के अधिकारी लगातार इस क्षेत्र में पैनी नजर बनाये रखते हैं। रेंजर धीर सिंह का कहना है कि गस्त उनकी पहली प्राथमिकता है। यंहा अधिकारियों द्वारा तय शुल्कों से कोई समझौता नहीं किया जाता है और पर्यटकों की सुरक्षा पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है।
पिछले वर्ष इस स्थान पर हजारों विदेशियों ने अपनी आमद दर्ज कराई। एक करोड़ के लगभग राजस्व का प्राप्त होना अधिकारियों की मेहनत को दर्शा रहा है। उम्मीद है कि वन महकमंे के आलाधिकारी इस क्षेत्र को लेकर ओर योजनाओं को क्रियान्वित करेंगे। आने वाले वक्त में यह स्थान राज्य के अन्य पर्यटक स्थलों के मुकाबले मील का पत्थर साबित होगा।