उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना महामारी के इस दौर में जहां मानवता की सेवा में कई लोग अपना सब कुछ छो़कर लगे हुए हैं वहीं लगातार इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटनाएं भी सामने आ रही हैं। ऋषिकेश में ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग महिला और उसके बेटे की तबीयत खराब थी, लेकिन मदद के लिए न पड़ोसी आए और न ही उसके सगे भाई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मां-बेटे को आपातकालीन सेवा से एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां जांच में बुजुर्ग महिला कोरोना पॉजिटिव पायी गई व बेटे की रिपोर्ट निगेटिव आई है। डॉक्टरों की मदद से उन्हें ऑक्सीजन लगवाई गई। कोतवाल रितेश शाह के मुताबिक फिलहाल दोनों की हालत स्थिर है। उन्होंने बताया कि यह घटना ऋषिकेश के हरिधाम कॉलोनी स्थित गली नंबर-1 की है। एक शख्स ने पुलिस को कॉल कर हरीधाम कॉलोनी निवासी बुजुर्ग संतोष (80) और उनके बेटे मनीष जैन (56) की तबीयत बिगड़ने की सूचना दी थी। सूचना मिलते ही तत्काल पुलिसकर्मियों को मौके पर रवाना किया गया। ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराकर ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। उन्होंने बताया कि फिलहाल मां और बेटे की हालत स्थिर है।