हरिद्वार। महानगर कांग्रेस कमेटी ने पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों के खिलाफ आज जगत पेट्रोल पंप के बाहर सड़क पर मानव श्रृंखला बनाकर सांकेतिक प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव डॉ. संजय पालीवाल ने कहा कि केंद्र में जब से भाजपा सरकार आसीन हुई है तब से पेट्रोल-डीजल तथा गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। रोजमर्रा के सामान की कीमतें माल भाड़ा बढ़ने की वजह से प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। कीमतें बढ़ने से मध्यम वर्ग व गरीब आदमी परेशान हैं। यदि इस पर भी केंद्र सरकार ने कीमतें कम नहीं की तो कांग्रेस लगातार जनता के बीच जाकर प्रदर्शन करती रहेगी। महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि जब कांग्रेस सरकार केंद्र में थी तो कच्चे तेल का रेट 60 प्रति बैरल था। पेट्रोल 65 बिक रहा था। परंतु आज कच्चा तेल प्रति बैरल 60 है तब पेट्रोल 100 पार कर गया ऐसा क्यों। उन्होंने कहाकि केंद्र की गूंगी बहरी सरकार लगातार गरीबों पर अत्याचार कर रही है। गरीब के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना कठिन हो गया है। प्रदेश उपाध्यक्ष रामयश सिंह व पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, प्रदेश सचिव प्रदीप चैधरी ने कहा कि केंद्र सरकार के फैसले लेने में पूंजीपतियों अंबानी अडानी का सीधा-सीधा रोल है। वही देश में महंगाई बढ़ाकर अत्याचार कर रहे हैं तथा देश के प्रधानमंत्री मौन धारण किए हुए हैं। महिला जिला अध्यक्ष विमला पांडे तथा प्रदेश महासचिव सतीश कुमार व धर्मपाल ठेकेदार ने कहा कि भाजपा सरकार विगत 7 वर्षों से अत्याचार कर रही है। लोगों के रोजगार समाप्त हो गए हैं रहा सहा कोरोना ने समाप्त कर दिया है। बच्चे भूखे मर रहे है।ं ऐसे में लगातार पेट्रोल डीजल के रेट बढ़ाकर आग में घी डालने का कार्य केंद्र सरकार कर रही है। कार्यक्रम में चै बलजीत सिंह, महेश प्रताप राणा, राजवीर चैहान, नईम कुरैशी, बीएस तेजियान, सुभाष कपिल, अशोक शर्मा, यशवंत सैनी, रवि कश्यप, राजीव चैधरी, शैलेंद्र सिंह एड., विभास मिश्रा, अनिल भास्कर, हाजी रफी खान, सीपी सिंह, पार्षद उदयवीर सिंह, पार्षद अमन गर्ग, राजीव भार्गव, कैलाश भट्ट, कैलाश प्रधान, दिनेश पुंडीर, नवेज अंसारी, आकाश बिरला, शिव कुमार जोशी, जितेन्दर सिंह, हरजीत सिंह, सोहेल कुरेशी, सत्येंद्र वर्मा, बलराम राठौड़, पुरषोत्तम शर्मा, डा.मेहरबान खान, नीतू बिष्ट, मिथिलेश गिल, नीलम शर्मा, आरबीएल वर्मा, मनीराम बागड़ी, लक्ष्मी प्रसाद, नरेश सेमवाल, पं.संगम शर्मा आदि शामिल रहे।