प्रतापनगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत खोलगढ़ में जहरीले मशरूम खाने से पिता-पुत्री की मौत हो गई। इससे पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है। बताया जा रहा है कि दोनों ने बीते शनिवार को जंगली मशरूम खाये थे। मशरूम खाने के बाद दोनों बीमार हो गए थे। गनीमत रही कि परिवार के अन्य सदस्यों ने मशरूम की सब्जी नहीं खाई।
बता दें, खोलगढ़ के क्षेत्र पंचायत सदस्य पुरुषोत्तम पंवार ने बताया कि टैक्सी चालक गांव के चमन सिंह (47) बीते 7 अगस्त को प्रतापनगर से अपने घर जाते समय वह जंगली मशरूम तोड़कर घर ले गये। उसी रात उन्होंने अपनी बेटी आशा (13) के साथ मशरूम की सब्जी बनाकर खाई। रविवार सुबह पिता-पुत्री को उल्टी-दस्त होने लगे। आनन-फानन में दोनों उपचार के लिए सीएचसी प्रतापनगर पहुंचे। जहां डाक्टर ने उन्हें प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया। सोमवार को फिर से दोनों की तबीयत बिगड़ने पर दोनों इलाज के लिए ऋषिकेश गए। वहां एक निजी अस्पताल में इलाज के बाद आशा के स्वास्थ्य में सुधार होने पर डाक्टर ने उसे छुट्टी दे दी। आशा घर लौट गई लेकिन बुधवार को फिर से आशा की तबीयत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई। क्षेत्र पंचात सदस्य पुरुषोत्तम, मोर सिंह पंवार और गजेंद्र पंवार ने बताया कि देहरादून में उपचार के दौरान शुक्रवार को चमन सिंह ने भी दम तोड़ दिया। पिता-पुत्री की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी है। प्रतापनगर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. कुलभूषण त्यागी ने बताया कि दस्त की शिकायत पर पिता-पुत्री अस्पताल पहुंचे थे। इलाज के बाद स्वस्थ बताए जाने पर उनको छुट्टी दे दी गई। हालांकि, उन्होंने मशरूम खाने से तबीयत खराब होने की बात नहीं बताई थी।