दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
इकबालपुर शुगर मिल की ओर से एक दुःखद खबर सामने आ रही है। जिससे स्थानीय किसानों को भारी मुसीबत झेलनी पड़ सकती है। बताया गया है कि मिल परिसर में धरना दे रहे किसानों से तंग आकर मिल प्रबंधक ने 2019-20 सत्र में मिल को पूर्णतः बंद करने का फैसला लिया है। जिससे मिल में गन्ना डालने वाले किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है।
ज्ञात रहे कि इकबालपुर शुगर मिल में पिछले कई दिनों से किसान नेताओ द्वारा धरना दिया जा रहा था। इस धरने पर विभिन्न गांवों के लोगो ने बारी बारी से अपनी आमद दर्ज कराई थी। लेकिन मिल की ओर से कोई संतोषजनक जवाब न मिलने के कारण किसानों ने मिल प्रबंधन व शासन को चेतावनी देते हुए तीन दिन पूर्व अपना धरना समाप्त कर दिया था। लेकिन मिल व शासन की ओर से कोई जवाब न मिलने के कारण गत दिवस किसान नेताओ ने किसानों के साथ मिलकर मिल परिसर में घुसकर तोल कांटो को बंद कराते हुए धरना शुरू कर दिया था। जब देर शाम तक भी धरनारत किसान मिल परिसर में ही बैठे रहे, तो इस बात से नाराज मिल के मुख्य प्रबंधक एसपी मिश्र ने 2019-20 सत्र का पेराई सत्र पूर्णतः बंद करने का फैसला लिया। जिससे किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी। अब किसानों के सामने बड़ी चिंता का विषय यह है कि जिन किसानों का गन्ना मिल में पड़ा हुआ है, उनके गन्ने का क्या होगा और मिल बंद होने से क्षेत्रीय किसानों को इसका भारी नुकसान भी उठाना पड़ेगा। साथ ही अब किसान नेताओ को भी किसान के नुकसान को लेकर जवाब देना पड़ सकता है।