बीते दिनों उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद आई आपदा में हल्द्वानी के गौला पुल की एप्रोच रोड बह गई थी। जिससे पुल को भी खतरा पैदा हो गया था। रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिहं धामी पुल का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने जल्द से जल्द रोड निर्माण के आदेश दिए हैं। रविवार सुबह सीएम पुष्कर सिंह धामी दूसरी बार क्षतिग्रस्त पुल के निरीक्षण को पहुंचे। इससे पूर्व मंगलवार रात भी मौके पर आकर अफसरों को निर्देशित कर चुके हैं।
नदी के उफान में आने से गौला बाईपास में गौला नदी में बने पुल की 30 मीटर एप्रोच रोड बह गई थी। इससे पुल को खतरा पैदा हो गया है। एनएचएआई और लोनिवि के अधिकारियों ने पुल का निरीक्षण कर एप्रोच रोड के बहने का कारण अवैध खनन बताया है। हालांकि एनएचएआई के अधिकारियों ने जांच के बाद पुल को सुरक्षित बताया है। वहीं, इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जिसके बाद उन्होंने हल्द्वानी में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान सीएम ने नैनीताल जनपद में आपदा से हुए नुकसान और राहत-बचाव कार्यों की जानकारी ली। इस दौरान आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत और जिला प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम धामी ने पीडि़तों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। साथ ही अधिकारियों को पीडि़तों तक तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। सीएम ने आपदा राहत कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा हमारी पहली प्राथमिकता आपदा पीडि़तों तक खाने-पीने और राशन की व्यवस्था करना है।
गौलानदी पर बना करोड़ों की लागत का पुल भारी बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हो गया है। पुल के क्षतिग्रस्त होने से कई ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ चोरगलिया सहित नैनीताल-सितारगंज सड़क से संपर्क टूट गया है। फिलहाल, गौलापार जाने वाले वाहनों को काठगोदाम या किच्छा होते हुए जाना पड़ेगा। पुल के टूटने से अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, गौलापार के कई ग्रामीण इलाकों के अलावा काठगोदाम बाईपास और नैनीताल सहित चोरगलिया सितारगंज का संपर्क कट गया है। ऐसे में गौलापर के लोगों को हल्द्वानी आने के लिए 15 से 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर हल्द्वानी आना पड़ेगा। वहीं, देर रात से हो रही बरसात के चलते गौला नदी उफान पर है। रसिया नाला ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें कई घर बह गए हैं। गनीमत रही कि समय रहते घर लोगों ने खाली कर दिया।