हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सम्पर्क विभाग हरिद्वार द्वारा आयोजित राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित होटल में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पदमश्री पर्वतारोही संतोष यादव ने कहा कि जिस प्रकार किसान फसल का निर्माण करता है, उसी तरह हम।े भी अपने व्यक्तित्व का निर्माण करने की तैयारी करनी चाहिए। जिस प्रकार शरीर 5 तत्वों से बना है। उसी प्रकार हम भी पांच वस्तुओं का मउपयोग करते है। वस्त्र, भोजन,वायु, जल व वाणी का उपयोग शुद्वता व संयम से करना चाहिए। पर्यावरण के करीब जाने का प्रयास करना चाहिए। दवाइयां हमारा इलाज नही संस्कार-संयम ही रही इलाज है।
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय सेविका समिति की क्षेत्र (पशिचमी उत्तर-प्रदेश व उत्तराखंड) श्रीमती नीमा ने कहा महिला राष्ट्र कि आधार शक्ति, आधार स्तम्भ है। बिजली जब चमकती है, धरती जब धड़कती है सीमांत बदल देती, नारी जब गरजती है इतिहास बदल देती है। 21वीं सदी नारी शक्ति की है। आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपना लोहा मनवा रही है। विश्व का नेतृत्व संचालन आज नारियां ही कर रही है। सेना से लेकर आईटी,शिक्षा, चिकित्सा सभी क्षेत्र में महिलाएं प्रमुखता से कार्य कर रही है यह गौरव का विषय है। महिलाओं को उठाने की नही सहयोग की आवश्यता हैं हल्के सहयोग से ही महिलाएं बढ़ती चली जायेगी। महिलाओं में ऐसे तत्व समाए है। जो हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। महिलाओं को आगे बढ़ने में संकल्प शक्ति की आवश्यता है। जब जब महिलाएं अपनी शक्ति को पहचानती है तब-तब वह इतिहास रचती है। उन्होंने कहा कि देश का गौरव इतिहास ऐसी मातृ शक्तियों की गाथाओं से भरी हुई है।
अध्यक्षता महामंडलेश्वर साध्वी सन्तोषी माता ने की। महिलाओं के बीच चल रहे संघ कार्य की जानकारी राष्ट्रीय सेविका समिति की प्रान्त कार्यवाहिका श्रीमती भावना ने दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ.रजनी ने किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना विभाग सम्पर्क प्रमुख सीए अनिल वर्मा ने रखी। अतिथियों का परिचय जिला सम्पर्क प्रमुख अमित चौहान ने व अतिथियों का आभार नगर सम्पर्क प्रमुख अमित शर्मा ने व्यक्त किया।
इस मौके पर आरएसएस के प्रांत सम्पर्क प्रमुख रमेश, जिला सञ्चालक रोहिताश कुँवर, विभाग प्रचारक चिरंजीवी, जिला कार्यवाहिका श्रीमति वंदना, अनिल गुप्ता, संजय पवांर, अमित त्यागी, देशराज शर्मा, अमित शर्मा सहित बड़ी संख्या में मात्र शक्ति उपस्थित रही।