हरिद्वार। जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई की प्रतीक्षा में सर्वानन्द घाट पर बैठे महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि लगातार हो रही रेकी और अपनी हत्या की आशंका से भयभीत होकर स्वामी अमृतानंद के साथ आज से सर्वानन्द घाट पर रात्रि विश्राम बंद कर देंगे।
उन्होंने बताया कि लगातार रात को असामाजिक तत्व उनकी रेकी कर रहे हैं। बीती रात उनके साथ रहने वाले हिन्दू स्वाभिमान के कार्यकर्ताओं ने ऐसे लोगों को चिन्हित करके पकड़ने का प्रयास किया तो वो भाग गए।
महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि महाराज ने कहा कि वो इस बात से बिल्कुल भयभीत नहीं हैं कि जिहादी तत्व उनकी हत्या कर देंगे, परन्तु उन्हें भय है कि अगर जिहादियों ने उन पर हमला किया और उन्होंने आत्मरक्षा हेतु प्रयास किया तो हरिद्वार पुलिस और प्रशासन उन्हीं पर मुकदमा करके उन्हें जेल में डाल देगा। क्योंकि धर्मनगरी में जिहादियों के मुकाबले में अब हिन्दुआंे का कोई विशेष अस्तित्व और प्रभाव नहीं रह गया है। राजनैतिक दवाब के चलते पुलिस और प्रशासन शांति बनाने के लिये हिन्दुओं पर ही झूठे मुकदमे बना कर उन्हें जेल में डाल देते हैं, जैसा कि हमारे साथ अभी हुआ है।
उन्होंने हरिद्वार के तथाकथित बड़े संतांे से निवेदन किया कि उन्हें मर्यादा का पाठ पढ़ाने वाले जरा जमीयते उलमाए हिन्द पर भी अपना मुंह खोले जो खुलकर निर्दोष हिन्दुओं के हत्यारे के साथ खुलकर खड़ी है। बता दें कि महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि विश्व के कुछ उन लोगांे मंे से हैं जिनकी हत्या के लिये पूरी दुनिया के इस्लामिक जिहादी संगठन एक होकर प्रयास कर रहे हैं। अब महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि के लिये सबसे बड़ी राहत की बात यह रही कि आज उत्तराखंड के पूर्व सैनिकों ने उनकी रक्षा की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली।