हरिद्वार। शहर में चल रहे अवैध निर्माण कार्यों पर एचआरडीए कर्मचारियों की लापरवाही के चलते गुरुवार को जॉइन्ट मजिस्ट्रेट ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए शहर के दो बड़े कॉन्प्लेक्स भवनों के निर्माण कार्यों को सील कर दिया है। जॉइन्ट मजिस्ट्रेट ने कंपाउंडिंग के बावजूद अवैध निर्माण न तोड़ने की एवज में सील करते हुए संबंधित कर्मचारियों को तत्काल कार्रवाई अमल लाने के निर्देश दिए। इसके बाद अन्य भवन स्वामियों में हड़कंप मचा रहा।
बृहस्पतिवार की सुबह जेएम अंशुल सिंह सिविल लाइन जादूगर रोड स्थित सेंटेंस स्कूल के सामने तरुण शाह द्वारा किए जा रहे कंपलेक्स भवन के निर्माण को सील करते हुए संबंधित अधिकारी को अग्रिम कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद जेएम अंशुल सिंह सिविल लाइन स्थित शिव मंदिर के सामने बन रहे कॉम्पलेक्स भवन पर पहुंचे, जहां उन्होंने सील होने के बावजूद निर्माण कार्य चलते रहने पर एचआरडीए अधिकारियों को भी कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण उन्हें स्वयं धरातल पर आकर कार्रवाई करनी पड़ रही है। भविष्य में ऐसा ना हो, इसके लिए वह अपने स्तर से शहर के अवैध निर्माण कार्यों को जांचे-परखे ओर कार्रवाई करें। यदि कोई उन पर दबाव बनाता है, तो वह उन्हें अवगत कराएं। शहर में किसी भी तरह से अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस को निर्देशित किया कि यदि निर्माण कार्यों पर कोई व्यक्ति कार्य करता पाया जाता है, तो धारा 151 व अन्य धाराओं में उसका तत्काल गिरफ्तार कर चालान कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण कार्यों से सरकार को राजस्व की हानि होती है, जो राशि एचआरडीए निर्माण कार्यों से टैक्स के रूप में वसूलता है, उसे विभिन्न कार्यों में भी इस्तेमाल किया जाता है, किंतु ऐसा ना होने से सरकारी राजस्व को हानि पहुंचती है। इसके लिए एचआरडीए कर्मियों को कड़े निर्देशित किए गए हैं। उन्होंने एई डीएस रावत को भी कड़ी फटकार लगाई और कहा कि वह अपना कार्य ईमानदारी से करें।