हरिद्वार। गंगनहर कोतवाली रूड़की क्षेत्र में देहरादून दिल्ली हाईवे पर सैन्यकर्मी और पुलिसकर्मियों के बीच हुए विवाद मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने सेना के जवानों और अन्य युवकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस मामले की जांच उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह कुंवर को सौंपी गई है। फिलहाल, पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है।
विदित हो कि बीती 1 जुलाई को भगवानपुर थाने के उपनिरीक्षक अनिल सिंह बिष्ट रामनगर कोर्ट में एक आरोपी की रिमांड लेने के लिए गए थे। वहां से वापसी में वो अपनी निजी कार से भगवानपुर की ओर लौट रहे थे। तभी सेना के एक ट्रक ने उनकी कार को पीछे से टक्कर मार दी थी, जिसमें कार का टायर फट गया था। जबकि अन्य जगहों से भी कार क्षतिग्रस्त हो गई थी। आरोप है कि उपनिरीक्षक की ओर से इसका विरोध करने पर ट्रक के चालक और अन्य सैन्य कर्मियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। भीड़ बढ़ने पर मौके पर मौजूद युवकों की भी पुलिस कर्मियों से बहस हो गई थी। पुलिस और आर्मी के जवानों के बीच पहले तो जमकर बहस हुई और फिर मामला हाथापाई तक पहुंच गया। सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उससे पहले ही भीड़ ने सेना का वाहन वहां से निकाल दिया था। आरोप है कि आर्मी का वाहन रोका गया तो मौके पर मौजूद लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया था और सैन्यकर्मियों के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। इस बीच सैन्यकर्मी वहां से ट्रक लेकर निकल गए थे।
गंगनहर कोतवाली प्रभारी ऐश्वर्य पाल ने बताया कि आर्मी के अज्ञात ट्रक चालक और अमन के अलावा आठ से दस अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, जान से मारने की धमकी देने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। साथ ही मामले की जांच की जा रही है।