हरिद्वार। कांवड़ स्पेशल ट्रेन में बम होने की सूचना पर जीआरपी पुलिस में हड़कंप मच गया। बम निरोधक दस्ते के साथ भारी पुलिस फोर्स हरिद्वार रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन के हरिद्वार स्टेशन पर पहुंचते ही बम निरोधक दस्ते ने पूरी ट्रेन की तलाशी ली,लेकिन ट्रेन में कोई बम नहीं मिला, तब जाकर पुलिस और जीआरपी ने राहत की सांस ली।
बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति ने ट्रेन में यात्रियों से झगड़ा होने के बाद 112 नंबर पर कॉल कर बम होने की सूचना दी थी। जीआरपी ने सूचना देने वाले को गिरफ्तार कर लिया है। जीआरपी हरिद्वार से प्राप्त जानकारी के अनुसार रात करीब दो बजे दिल्ली से हरिद्वार पहुंचने वाली कांवड़ स्पेशल ट्रेन से एक व्यक्ति ने कंट्रोल रूम को सूचना दी कि ट्रेन में कुछ संदिग्ध लोग हैं और इनके पास बम है। यह लोग ट्रेन में बम रख इसे उड़ाने की योजना बना रहे हैं। कंट्रोल रूम को मिली इस सूचना के बाद जीआरपी और पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। ट्रेन के हरिद्वार पहुंचने से पहले ही जीआरपी एसएसपी ददन पाल सिंह, एएसपी अरुणा भारती, थानाध्यक्ष जीआरपी अनुज कुमार, थानाध्यक्ष आरपीएफ बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वायड और दमकल वाहनों के साथ स्टेशन पहुंच गए। ट्रेन के आते ही प्लेटफार्म नंबर एक पर तमाम कांवडि़यों को उतारा गया। ट्रेन की गहनता से तलाशी ली गई, तो उसमें कुछ नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन परिसर से उस ही ट्रेन से उतरे ही रिंकू वर्मा, निवासी गाजियाबाद को भी धर दबोचा।
थाने लाकर पूछताछ करने पर नशे में धुत रिंकू ने बताया कि ट्रेन में उसके साथ पास में ही बैठे कुछ लड़कों की विवाद हो गया था जिसके बाद उन्होंने उसकी पिटाई कर दी थी।उनको सबक सिखाने व बदला लेने के लिए उसने ट्रेन में बम होने की फर्जी सूचना कंट्रोल रूम को दी।
एसएसपी जीआरपी ददन पाल सिंह ने बताया कि कांवड़ के दौरान ट्रेन में बम होने की सूचना खुद में एक बड़ी सूचना थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल ट्रेन के हरिद्वार पहुंचते ही गहनता से चेकिंग की गई, लेकिन बम होने की सूचना फर्जी निकली। शराब के नशे में धुत होकर कंट्रोल रूम को फर्जी सूचना देने वाले रिंकू वर्मा निवासी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया गया है।