परिजनों द्वारा कराई जा रही नाबालिक लड़की की शादी की सूचना पर प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंच कर शादी रुकवा दी। जिसके बाद नाबालिग लड़की और उसकी मां को पूछताछ के लिए वन स्टॉप सेंटर उत्तरकाशी ले जाया गया। वहीं भनक लगते ही बारात भी बीच रास्ते से लौट गई। मामला उत्तरकाशी जिले का है।
जानकारी के मुताबिक बीते गुरुवार डुंडा तहसील प्रशासन को कुमारकोट गांव में एक नाबालिग लड़की की शादी करवाने की शिकायत मिली, जिस पर प्रशासन की टीम देर शाम गांव पहुंची। गांव में शादी की तैयारियां पूरी कर बरात का इंतजार किया जा रहा था। बरात के लिए शामियाना सजाया गया था। तभी प्रशासन की टीम ने पहुंचकर जांच शुरू की। जांच में लड़की की उम्र हाईस्कूल के प्रमाणपत्र के आधार पर 16 वर्ष कुछ माह होने की पुष्टि हुई। जिस पर टीम नाबालिग लड़की और उसकी मां को पूछताछ के लिए जिला मुख्यालय स्थित वन सेंटर ले आई।
पूछताछ में पता चला कि बताया जा रहा कि परिजनों ने नाबालिग का हरिद्वार से फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाकर कुछ दिन पूर्व कोर्ट मैरिज भी करवा दी थी। उधर, मामले की भनक लगते ही बरात आधे रास्ते से वापस लौट गई है।