ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में नियुक्ति एवं खरीद मामले को लेकर सीबीआई की 7 सदस्यों की टीम शुक्रवार की सुबह डीएसपी के नेतृत्व में ऋषिकेश एम्स पहुंची है। बीते वर्ष फरवरी में भी सीबीआई की टीम ने छापेमारी की थी। इसी सिलसिले में एक बार फिर से सीबीआई टीम यहां पहुंची।
शुक्रवार को सीबीआई के डीएसपी की अगुवाई में सात सदस्यीय टीम एम्स ऋषिकेश पहुंची। टीम ने पिछले साल 3 से 7 फरवरी को छापामारी की थी। फिर 22 अप्रैल को टीम पहुंची थी। जिसमें माइक्रोबायोलाजी विभाग के तत्कालीन अतिरिक्त प्रोफेसर बलराम जी ओमर, एनाटामी विभाग के तत्कालीन अध्यक्ष प्रोफेसर बृजेंद्र सिंह, तत्कालीन सहायक प्रोफेसर अनुभा अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी शशिकांत, लेखाधिकारी दीपक जोशी और प्रो-मेडिक डियाईसेस के स्वामी पुनीत शर्मा को नामजद किया गया था।
बताते चलें कि सीबीआई की यह तीसरी छापामारी है। 2017-18 में एम्स ने स्वीपिंग मशीन खरीदी थी, जिसमें 2.41 करोड़ की धांधली की जांच चल रही है। जबकि दूसरी कंपनी एक करोड़ में यह मशीन दे रही थी। इस सिलसिले में सीबीआई के अधिकारी पूछताछ में जुटे हैं।