फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी पाने,अप्लाई करने व चुनाव आदि में इस्तेमाल करने के कई मामले सामने आ चुके है। ऐसा ही एक मामला पौड़ी जिले के द्वारीखाल ब्लॉक की ग्राम पंचायत घंडालू का आया है, जहां चुनाव में फर्जी प्रमाण पत्र लगाने के आरोप में वहा के ग्राम प्रधान को निलंबित कर दिया गया है।
जिला पंचायत राज अधिकारी जितेंद्र कुमार के मुताबिक घण्डालू गांव निवासी शिव सिंह रावत ने बीते साल अगस्त 2022 में एक शिकायती पत्र स्थानीय चुनाव कार्यालय को दिया। जिसमें वर्ष 2019-20 के पंचायती चुनाव के नामांकन में ग्राम पद के प्रत्याशी राजेंद्र सिंह रावत ने अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा करवाए। शिव सिंह ने जमा किये गये हाईस्कूल व्यक्तिगत परीक्षा के प्रमाण पत्र की जांच की मांग की गई। बताया कि प्रधान पद के प्रत्याशी द्वारा यह प्रमाण पत्र एसएसआर एचआर सेकेंडरी स्कूल दौराला मेरठ का प्रस्तुत किया गया।
मांग के अनुरूप पंचायत राज विभाग ने इस संबंध में संबंधित स्कूल से इसका सत्यापन करवाया गया तो यह प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। इस संबंध में ग्राम प्रधान को खंड विकास अधिकारी द्वारीखाल द्वारा पहले तो नोटिस जारी किया गया। लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा कोई उत्तर प्रस्तुत नहीं किया गया। जिसके बाद जिला पंचायत राज विभाग की ओर से इस संबंध में जिलाधिकारी को अवगत कराया गया।
डीएम डॉ. आशीष चौहान ने अभी तक मिली जांच आख्या के मुताबिक प्रथम दृष्टया ग्राम पंचायत घंडालू के ग्राम प्रधान राजेंद्र सिंह रावत फर्जी प्रमाण पत्र जमा करने के चलते फिलहाल निलंबित कर दिया है। डीएम ने इस मामले की अंतिम जांच के लिए जिला विकास अधिकारी को एक माह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। अंतिम जांच रिपोर्ट आने तक पंचायत के निर्वाचित तीन सदस्यों की एक समिति उनके कार्य एवं दायित्व संबंधित कार्य देखेंगे।