हरिद्वार। विजिलेंस टीम ने चकबंदी विभाग में कार्यरत एक लेखपाल को पचास हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत सर्तकता अधिष्ठान, सैक्टर देहरादून में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि लेखपाल ने डेढ़ लाख रुपए की मांग की थी। इसके बाद 50,000 रुपये देना तय हुआ था।
एसपी विजिलेंस रेनू लोहानी ने बताया कि मोहम्मद युसूफ पुत्र नूर हसन निवासी रुड़की ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि वसीयत की जमीन को खरीदने के बाद आगे बेच दिया गया था, जिसका मामला एसडीएम कोर्ट में चल रहा है। शिकायतकर्ता ने बताया था कि लेखपाल विरेंद्र कुमार निवासी सिंधी वाली गली गंगनहर रुड़की ने उसे धमकी देते हुए कहा कि एसडीएम कोर्ट से मुकदमा पुलिस में दर्ज कराने के आदेश हो गए हैं। जिससे बचाने के एवज में उसने डेढ़ लाख मांग की थी। जिसके बाद उक्त शिकायती प्रार्थना पत्र में लगाए गए आरोपों का संज्ञान लेते हुए गोपनीय रूप से जांच करायी गयी। जांच कराने के पश्चात लगाये गये आरोप प्रथम सही पाये गये। जिसके बाद
पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून श्रीमती रेनू लोहनी द्वारा ट्रैप टीम का गठन कर आरोपी चकबंदी लेखपाल विरेन्दर कुमार को चकबंदी कार्यालय बहादराबाद से ट्रैप टीम द्वारा दोपहर शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।