हरिद्वार। मजार तोड़े जाने को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। बीते रोज कांग्रेस नेता अनिल भास्कर ने प्रेसवार्ता कर श्री मंहत रविन्द्र पुरी पर हमला बोला। शनिवार को नगर निगम स्थित यूनियन कार्यालय पर वाल्मीकि समाज के कार्यकर्ताओं एवं समाज के सभी संगठनों के नेताओं की बैठक हुई। जिसमें निरंजनी अखाड़ा के श्री महंत एवं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी पर आरोप लगाते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की गई।
आरोप लगाया कि वाल्मीकि समाज के एक मात्र विधायक रवि बहादुर को दी गई धमकी को लेकर वाल्मीकि समाज में रोष व्याप्त है। इसको लेकर वाल्मीकि समाज के लोगों ने श्री महंत रविंद्र पुरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कानूनी कार्यवाही कराने का निर्णय लिया। वक्ताओं ने कहा कि अगर शीघ्र ही लिखित रूप से श्री महंत रविंद्र पुरी द्वारा रवि बहादूर को दी गई धमकी भरे शब्दों को वापस नहीं लिया गया तथा लिखित रूप से माफी नहीं मांगी गई तो वाल्मीकि समाज उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा।
बैठक में सर्वसम्मति से धमकी की कड़ी निंदा की गई। इसी के साथ ही यह भी निर्णय लिया गया की अगर माफी नहीं मांगी गई तथा पुलिस प्रशासन द्वारा कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो वाल्मीकि समाज सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद के सभी सम्मानित श्री महंतों का वाल्मीकि समाज हमेशा सम्मान व आदर करता रहा है। समाज ने अनुरोध किया है कि दलित विरोधी संत जिन्होंने संत मर्यादा के विरुद्ध जाकर गलत बयान बाजी की है उन्हें अखड़ा परिषद से हटाया जाये।
बैठक में सुरेंद्र तेश्वर, राजेंद्र श्रमिक, अशोक तेश्वर, आत्माराम बेनीवाल, भंवर सिंह, राजेश खन्ना, प्रमोद बिरला, संजय पीवाल, प्रमोद कुमार, राजेश खैरवाल, नरेश चनियाना, राजेंद्र चौटाला, नानक चंद्र पौवाल, राजेश छाछर, जितेंद्र तेश्वर, संजय पारचा, सलेक चंद, प्रवीण लेश्वर, दीपक चावरिया, लक्ष्मीचंद, कुलदीप, महिला नेत्री आरती डॉन, अजय कुमार, बलराम, आनंद कुमार, मुकेश कुमार, होशियार सिंह आदि शामिल थे।