हरिद्वार। प्रदेश की धामी सरकार ने अनेकों नई पहल करते हुए उत्तराखंड में विकल्प रहित संकल्प की अवधारणा को धरातल पर उतारने का काम किया है। पिछले 24 महीने में धामी सरकार ने अपनी 48 गारंटियों को जनता के सामने पूरा किया है। उक्त बातें आज प्रेस कल्ब हरिद्वार में पूर्व सांसद डॉ निशंक ने कही।
उत्तराखंड की धामी सरकार के 2 वर्ष पूर्ण होने पर प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि अटल जी के सपनों का उत्तराखंड मोदी जी के विजन का और धामी जी की कार्यशैली द्वारा आज उत्तराखंड विकास की एक नई गाथा लिख रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है इस कानून से उत्तराखंड के प्रत्येक नागरिक को जाति, धर्म एवं वर्ग के भेदभाव से रहित होकर समान नागरिक एवं कानूनी अधिकार प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया गया। नकल विरोधी कानून और दंगा रोधी कानून बनाकर कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने का काम किया गया है। प्रदेश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली बहनों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत एवं राज्य आंदोलनकारी को 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया है।
सेनानियों की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी, पति को पेंशन, गंगा के किनारे नमामि गंगे प्राकृतिक कृषि कॉरिडोर योजना, महिला स्वयं सहायता समूहो के लिए विशेष कोष का गठन आदि अनेकों योजनाएं उत्तराखंड के विकास एवं 2025 तक एक नए उत्तराखंड का स्वरूप बनाने के लिए राज्य की भाजपा सरकार द्वारा किए गए हैं।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, लोकसभा मीडिया प्रभारी लव शर्मा, जिला महामंत्री आशुतोष शर्मा ,आशु चौधरी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों ओमप्रकाश जमदग्नि, नकली राम सैनी उपस्थित रहे।