हरिद्वार। प्रदेश में भाजपा नेताओं की आपसी गुटबाजी की चर्चाएं आम हैं। कभी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन व देशराज कर्णवाल के जुबानी तीर सामने आते हैं तो कभी छुटभैये नेताओं के। अब एक बार फिर से हरिद्वार के भाजपा के हरिद्वार ग्रामीण से विधायक स्वामी यतीश्वरानंद व शहरी विकास मंत्री एक बार फिर से आमने सामने आ गए हैं। हरिद्वार में मंत्री और विधायक की आपसी गुटबाजी गुरुवार को खुलकर सड़क पर दिखायी दी। मामला गुरुकुल की जमीन को लेकर है। इस भूमि पर कब्जे को लेकर उत्तराखंड बीजेपी विधायक ने कैबिनेट मंत्री पर सरंक्षण देने का आरोप लगाया। कब्जे के विरोध में विधायक स्वामी यतीश्वरानंद अपने समर्थकों के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए।
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक पर भाजपा के ही विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने आश्रमों की संपत्तियां हड़पने का आरोप लगाया है। दरअसल हरिद्वार के गुरुकुल महाविद्यालय में दो पक्षों में वर्चस्व की जंग जारी है। इसकी बानगी पूर्व में भी कई बार देखने को मिली। मामला सड़क से न्यायालय तक जा पहुंचा था। जिसमें एक पक्ष ने कार्यालय का ताला तोड़कर कार्यालय पर कब्जा जमा लिया। वहीं दूसरे पक्ष ने विधायक स्वामी यतीश्वरानंद के नेतृत्व में महाविद्यालय पहुंचकर हंगामा किया।
तनाव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पहले ही मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया था। इस दौरान विधायक समर्थकों की पुलिस के साथ धक्का मुक्की हुई। कब्जे के विरोध में स्वामी यतीश्वरानंद समर्थकों के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए। गुरुकुल महाविद्यालय की जिस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है उसके पदाधिकारियों में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक भी उप प्रधान के पद पर हैं।
विधायक स्वामी यतिस्वरानंद का कहना है कि मदन कौशिक का संरक्षण मिलने पर ही दूसरे पक्ष के लोगों ने उनकी गैरहाजिरी में ताले तोड़कर संस्था के कार्यालय पर कब्जा कर किया। वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि स्वामी यतिश्वरानंद को 2018 में संस्था विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित कर दिया गया था। दोनों की पक्ष एक-दूसरे पर जमीन हड़पने को लेकर विवाद उत्पन्न करने का आरोप लगा रहे हैं।