शहरी विकास मंत्री पर जड़े आरोप, हल न निकलने पर दी आंदोलन की चेतावनी
हरिद्वार। गुरुकुल बचाओ संघर्ष समिति ने गुरुकुल प्रकरण को लेकर गुरुवार को देहरादून में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। तथा उन्हें गुरुकुल की स्थिति से अवगत कराया।
समिति के संरक्षक और आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तराखंड के प्रधान गोविंद भंडारी के नेतृत्व में समिति के लोगों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि गुरुकुल पर उनकी सरकार के कैबिनेट मंत्री बार-बार कब्जे का प्रयास कर रहे हैं। जिससे स्थिति संवेदनशील बनी हुई है और भाजपा की छवि खराब हो रही है। जिसके चलते गुरुकुल में पढ़ाई का माहौल खराब हो रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि छात्रवृत्ति के घोटालेबाज अनिल गोयल कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के संरक्षण में निरंतर गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर को क्षति पहुंचा रहे हैं। इतना ही नहीं वे लगातार गुरुकुल की गरिमा को तार-तार कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की प्राथमिकता के आधार पर गुरुकुल प्रकरण को संज्ञान में लें और मदन कौशिक व अनिल गोयल की सीबीआई जांच कराएं। जिससे भारतीय शिक्षा और गुरुकुलीय प्रणाली विधिवत रूप से चल सके। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया की कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक गुरुकुल की भूमि पर अपने साथियों के साथ कब्जा कर के वहां बारातघर बिल्डिंग इत्यादि बनवाकर गुरुकुल को बंद करना चाहते हैं जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि गुरुकुल हरिद्वार की शान है और आर्यों का तीर्थ स्थल है। इस गुरुकुल से शिक्षा ग्रहण कर प्रत्येक क्षेत्र में लोग कार्य कर रहे हैं। इस गुरुकुल में संस्कार और सदाचार की शिक्षा दी जाती है। संस्कारों की जननी गुरुकुल को बंद करने के लिए कैबिनेट मंत्री भरसक प्रयास कर रहे हैं। कहाकि एक तरफ तो सरकार भारतीय संस्कृति को बढ़ावा दे रही है वहीं दूसरी ओर सरकार के ही मंत्री गुरुकुल को बंद करना चाहते हैं। और उसकी भूमि को खुर्द करना चाहते हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि गुरुकुल का प्रकरण गंभीरता से नहीं लिया गया तो परिणाम विपरीत होंगे। गुरुकुल को बचाने के लिए विशाल जन आंदोलन चलाया जाएगा।