साध्वी प्राची ने की फतवा जारी करने वाले मौलवियों पर नकेल कसने की मांग
हरिद्वार। जब तक सरकारें फतवों और फतवा जारी करने वालों पर नकेल नहीं कसती हैं तब तक देश में स्थिति समान्य नहीं हो सकती। जिस दिन सरकार ने फतवा जारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी उस दिन से जेहादी मानसिकता पर रोक लग जाएगी। लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या के बाद अब साध्वी प्राची ने जेहादी मानसिकता के लोगों ने अपनी जाने का खतरा बताया है। उन्हांेने सुरक्षा मुहैय्या कराने के लिए पीएमओ कार्यालय व गृह मंत्रालय समेत यूपी व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री तथा डीजीपी को पत्र भेजकर सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
रविवार को प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए साध्वी प्राची ने कहाकि करीब 12 वर्षों से उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है। अभी तक उन्हें वर्ष 2014, 2016 व वर्तमान में भी जान से मारने की धमकी मिली है। कहाकि उस समय उन्होंने हरिद्वार एसएसपी को पत्र देकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी, किन्तु उसकी जांच आज तक पूरी नहीं होपायी। कहाकि अभी तक उन्होंने इन धमकियों को गंभीरता ने नहीं लिया था, किन्मु कमलेश तिवारी की जेहादी मानसिकता के लोगों द्वारा हत्या कर दिए जाने के बाद उन्हें अंदेशा है कि उनकी भी हत्या की जा सकती है। कहाकि चार वर्ष पूर्व उनके हरिद्वार स्थित आश्रम पर कुछ लोगों द्वारा हमला किया गया। डेढ़ माह पूर्व भी ऐसी ही घटना घटित हुई। उन्होंने कहाकि यूपी में हिन्दुवादी दल की सरकार के बाद भी कमलेश की हत्या होना निदंनीय है। कहाकि कमलेश सुरक्षा क्यों वापस ली गई इसकी भी जांच की जानी चाहिए और इमें दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहाकि देश में जेहादी मानसिकता के लोग सक्रिय हैं। उन्होंने सांसद साक्षी महाराज, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वंय की जान को जेहादी मानसिकता के लोगों से खतरा बताया।
उन्होंने कहाकि बिजनौर के जिस मौलाना अनवारूल हक ने कमलेश का सर कलम करने वाले को 51 लाख का ईनाम देने की बात कही थी उसने उनका भी सर कलूम करने की धमकी दी थी। जिस कारण ने वे अब अपने का असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए हिन्दुवादी फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची ने कहाकि विगत 70 वर्षों तक कांग्रेस ने जेहादी मानसिकता के लोगों को संरक्षण दिया। आज स्थित यह है कि मोदी और योगी भी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में नेहरू खानदान की जांच होनी चाहिए की कहीं उनके तार जेहादी गतिविधियों का संचालन करने वालों से तो नहीं जुड़े हैं। उन्होंने कहाकि आखिर सरकार नेहरू, गांधी परविार के सदस्यों को सुरक्षा क्यों मुहैय्या करवा रही है। सुरक्षा केवल हिन्दुत्व व देश के लिए काम करने वालों को ही मिलनी चाहिए। उन्होंने कहाकि कमलेश तिवारी की मौत के बाद उनकी जान को खतरा बढ़ गया है। इसके लिए उन्होंने पीएमओ कार्यालय, गृह मंत्रालय, यूपी व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्रियों तथा डीजीपी को पत्र भेजकर सुरक्षा मुहैय्या कराने की मांग की है।