हरिद्वार। प्रदेश में होली के त्योहार की रौनक कोरोना वायरस की वजह से फीकी पड़ती जा रही है। एक तरफ लोगों में होली को लेकर खासा उत्तसाह है तो वहीं, कोरोना की वजह से लोगों में डर भी बना हुआ है। वर्तमान में कोरोना वायरस काफी तेजी से फैल रहा है। ऐसे में होली पर बाजारों की रंगत इस बार फीकी दिखाई दे रही है। अगर बात तीर्थनगरी की करें तो यहां के बाजारों में लोगों की भीड़ बहुत ही कम नजर आ रही है। लोग कोरोना वायरस को देखते हुए इस बार चाइनीज उत्पादको का मोह छोड़ते नजर आ रहे हैं।
विदित हो कि कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है। ऐसे में देश सहित प्रदेश के लोगों में इस संक्रमण को लेकर काफी भय बना हुआ है। वर्तमान में इस वायरस ने होली के त्योहार का मजा किरकिरा कर दिया है। बजारों में भी इस वायरस को लेकर सन्नाटा पसरा हुआ है। व्यापारी सतीश ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते चाइनीज उत्पादों की मांग इस बार काफी कम थी। ऐसे में जितना भी माल मंगाया गया था उसका दस फीसदी भी नहीं बिक सका। बाजारों मंे रंग और पिचकारी के साथ ही चिप्स और पापड़ सहित विभिन्न उत्पादों की दुकानें पिछले कई दिनों पहले सज चुकी थी। लेकिन व्यापारियों की मानें तो इस बार आधे से अधिक माल पड़ा हुआ है। व्यापारियों ने बताया कि कोरोंना वायरस को देखते हुए इस बार चीन से ज्यादा माल नहीं मंगाया गया जिस कारण शहरों में भी चीन का माल कम पहुंचा। होली के त्योहार पर इस बार मौसम की मार भी पड़ी है, जिससे इस बार की होली का रंग ठीक से लोगों पर नहीं चढ़ पा रहा है। विगत दिनों हुई बरसात के कारण अभी भी तीर्थनगरी में मौसम ठंडा है। खासकर सुबह व शाम के समय ठंड़ का असर है। व्यापारियों ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार की होली पर उत्पादों की बिक्री प्रभावित हुई है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि वर्तमान में कोरोंना वायरस से लोगों में भय बना हुआ है, जिससे लोग बाजारों का रुख करने से कतरा रहे हैं। वहीं खराब मौसम ने भी होली के रंग को बदरंग करने का काम किया है। जिस कारण बिक्री प्रभावित हुई है। कोरोना के खौफ और मौसम के बदले मिजाज के कारण व्यवारी वर्ग में खासी मायूसी है।