हरिद्वार। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा द्वारा शुरू की गई चारों धाम की पवित्र छड़ी यात्रा अपने अन्तिम चरण में पहुच चुकी है। विगत 12 अक्टूबर से हरिद्वार से जारी यात्रा का समापन अगामी 05 नवम्बर को हरिद्वार में होगा। कई वर्षांे बाद प्रारम्भ की गयी श्रद्वालुओं की आस्था का केन्द्र रहे यात्रा यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारधाम, त्रिजुगीनारायण, गुप्तकाशी, तुगनाथ, अनुसूइया मन्दिर होते हुए पवित्र छड़ी यात्रा बद्रीनाथ पहुंची, बद्रीनाथ धाम जाने के क्रम में जोशीमठ में उप जिलाधिकारी के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों ने पूजा अर्चना कर पवित्र छड़ी यात्रा का भव्य स्वागत किया।
मंगलवार को छड़ी यात्रा के संबंध में पत्रकारों को जानकारी देते हुए श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अर्न्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत स्वामी हरि गिरि ने बताया कि पिछले 12 अक्टबूर से हरिद्वार से प्रारम्भ हुई पवित्र छड़ी यात्रा ब्रदीनाथ धाम के बाद कुमायू मण्डल के लिए रवाना हो जायेगी। बताया कि ब्रदीनाथ धाम पहुचने से पूर्व जोशीमठ के नृसिंह मन्दिर में उप जिलाधिकारी अनिल चन्याल, तहसीलदार चन्द्रशेखर वशिष्ठ, नायब तहसीलदार विजयपाल सिंह गुसाई, राजस्व उपनिरीक्षक विजय डंडरियाल आदि ने प्रशासन की ओर स्वागत किया तथा नृसिंह मन्दिर में अभिषेक व पूजन किया गया। श्रीमहंत हरिगिरि ने बताया कि कुमायूॅ मण्डल में पवित्र छड़ी जागेश्वर, सोमेश्वर, गरूड़ खड़केश्वर, नारायण मठ, बिन्सर महादेव, नैनादेवी, पूर्णागिरि सहित कई अन्य पवित्र मन्दिरों का दर्शन करते हुए बागेश्वर पहुंचेगी। इस पवित्र छड़ी यात्रा का नेतृत्व जूना अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरि, उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती, महामंत्री श्रीमहंत केदारपुरी, माईवाड़ा की श्रीमहंत अन्नपूर्णा पुरी, सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, श्रीमहंत पुष्पराज गिरि, श्रीमहंत धीरज गिरी,श्रीमहंत शिवदत्त गिरी, श्रीमहंत पशुपति गिरि कर रहे हैं। बताया कि इस छड़ी यात्रा के सफल संचालन में प्रशासन का पूर्ण सहयोग मिल रहा है,लगभग 70 साल बंद रहने के बाद प्रारम्भ की गयी इस पवित्र छड़ी यात्रा का स्थानीय जनता द्वारा जगह जगह भव्य स्वागत किया जा रहा है। जहां जहां छड़ी पहुंच रही है,लोग ढोल नगाड़ो के साथ फुलों की वर्षा कर रहे है।