हरिद्वार। नेतागिरि के कारण आम जनता में अपना दबदबा कायम रखने वाले नेताजी पत्रकारों की ब्लैकमेलिंग का शिकार होने के बाद न तो ब्लैकमेलरों के खिलाफ कार्यवाही कर पा रहे हैं और न ही उनके चंगुल से निकल पा रहे हैं। बस उनके मुंह से एक ही बात निकलती है कि कोई इन ब्लैकमेलर पत्रकारों को सबक सिखा दे। यही कारण है कि नेताजी जनपद हरिद्वार और हरियाणा में लुट चुके हैं। हरिद्वार में रहते हुए भी लाखों रुपये नेताजी से ब्लैकमेलरों ने ऐंठे और हरियाणा में तो कमाल ही कर दिया। वहां नेताजी को 15 लाख का शिकार बनाया गया।
शिकार करने का सारा खेल हरिद्वार के पत्रकारों ने वहां के एक होटल में खेला। सूत्र बताते हैं कि 15 लाख रुपये ऐंठने के बाद हरिद्वार में लोटों की उत्पत्ति हुई। सूत्र बताते हैं कि नेताजी को ब्लैकमेल करने के बाद उनसे मिले रुपयों से जनपद हरिद्वार के एक इलाके में एक छोटी सी फैक्ट्री प्लास्टिक के लोटे बनाने की लगायी। जिससे कथित पत्रकार ब्लैकमेलिंग के काम के साथ अब लोटों से भी कमायी कर रहे हैं। नेताजी से 15 लाख ऐंठने के बाद हरियाणा से करीब दर्जनभर लोग ब्लैकमेलरों को सबक सिखाने के लिए हरिद्वार भी आए थे, किन्तु ब्लैकमेलर उनके हत्थे नहीं चढ़े। सूत्र बताते हैं कि नेताजी भी ब्लैकमेलरों का शिकार करने के लिए तैयार हैं। बस उन्हें इंतजार है तो मौके का। वैसे 15 लाख देना, फिर तलाश मंे हरिद्वार आना। इन सबको देखते हुए मामला कुछ बड़ा ही लगता है।
वैसे इन ब्लैकमेलरों के कारण हरिद्वार की जनता काफी त्रस्त है। त्रस्त जनता नेताजी की खेवनहार बन सकती है। जैसा की बीते रोज ऋषिकेश में देखने को मिला। यहां ब्लैकमेलर पत्रकारों के आतंक से आजिज आकर वहां के व्यापारियों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर ब्लैकमेलर पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।