हरिद्वार। दुनिया के कई देशों में महामारी का रूप ले चुके कोरोना से आज चीन, भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया सहित करीब 100 से अधिक देश दहशत में है। स्कूल, कॉलेज आदि सार्वजनिक उपक्रम को प्रशासन ने बंद करने का निर्देश दिया है। ताकि कोरोना के संक्रमण को कम किया जा सके। ऐसे में लाखों लोगों की श्रद्धा व मार्गदर्शन के केन्द्र शांतिकुंज की गतिविधियों आदि को भी कुछ समय के लिए विराम दिया जा रहा है। इस निमित्त शांतिकुंज में बुधवार को उच्च स्तरीय गोष्ठी हुई।
इस अवसर पर डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए शांतिकुंज की दैनिक दिनचर्या के अलावा सभी कार्यक्रम को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है। इन दिनों का सदुपयोग करते हुए कार्यकर्ता अपनी साधना और प्रतिभा परिष्कार के विभिन्न कार्यक्रमों में भागीदारी करते हुए अपने ज्ञान को बढ़ाये। उन्होंने कहा कि शांतिकुंज ने कोरोना से संक्रमण को कम करने के उद्देश्य से आध्यात्मिक उपचार करना प्रारंभ कर दिया है। इसके लिए विशेष जड़ी-बूटियों से मिश्रित हवन सामग्री से यज्ञ किया जा रहा है, तो वहीं साधना आदि का क्रम भी बुधवार से प्रारंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि देश भर में चल रहे अपने सभी बड़े कार्यक्रम रद्द कर दिये हैं।
डॉ. पण्ड्या ने कहा कि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य ने बहुत पहले आगाह कर दिया था कि चीन से कीटाणु युद्ध की शुरुआत होगी जो कुछ समय में ही कई देश इसके चपेट में आयेंगे। संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने कहा कि अत्यावश्यक होने पर ही गेट के बाहर जायें। ऐसे श्रद्धालुओं के लिए गायत्री तीर्थ में आवाजाही बंद है। परिव्रज्या में निकली टोलियों को भी वापस बुला ली गयी है। शांतिकुंज में नित्य होने वाले विभिन्न संस्कार को भी स्थगित कर दिया गया है। उधर शांतिकुंज के व्यवस्थापक शिवप्रसाद मिश्र, वरिष्ठ कार्यकर्ता वीरेश्वर उपाध्याय, डॉ. बृजमोहन गौड़, डॉ. वन्दना श्रीवास्तव आदि ने भी कोरोना के संक्रमण से बचने के उपाय पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।