हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के परमाध्यक्ष वरिष्ठ महामण्डलेश्वर स्वामी सोमेश्वरानंद गिरि महाराज ने महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के संतों व उनके कार चालक की हत्या पर रोष प्रकट करते हुए दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग की है।
स्वमी सोमेश्वरानंद गिरि महाराज ने कहा कि संतों की हत्या जैसा अमानवीय कृत्य है। ऐसे लोगों को तत्काल कठोर से कठोर दंड मिलना चाहिए। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से मांग की कि निरीह संतों की हत्या करने वाले सभी दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाया जाए। उन्होंने कहाकि लॉकडाउन के चलते बड़ी संख्या में हमलावरों को इकट्ठा हो जाना और ऐसे विभत्स कृत्य को अंजाम देना किसी सोची समझी साजिश का हिस्सा है। ऐसी घटनाएं मानवता पर और देश पर कलंक के समान हैं। कहाकि देश और दुनियों को ज्ञान देने वाले और तप करने वाले संतों की इस प्रकार हत्या जघन्य अपराध है। कहाकि इस घटनाक्रम के दौरान मौजूद पुलिसकर्मियों की भी जांच होनी चाहिए की आखिर उन्होंने निरीह संतों को भीड़ के हवाले क्यों किया। कहाकि सनातन धर्म को मानने वालों पर लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने सरकार से संतों की सुरक्षा को लेकर विशेष प्रबंध करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि देश भर में कोरोना का प्रकोप न होता और लॉकडाउन न होता तो आज स्थिति देश में दूसरी होती। उन्होंने पालघर में संतों की जघन्य हत्या को अंजाम देने वालों को तत्काल मृत्यु दंड दिए जाने की मांग की। जिससे इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।