हरिद्वार। प्रदेश सरकार द्वारा नियमों के तहत अस्थित विसर्जन कर्म को अनुमति दिए जाने पर खिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने सरकार का आभार जताया है। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अविक्षित रमन ने प्रेस को जारी बयान में कहाकि लॉकडाउन के बाद से वर्षों से चली आ रही हरिद्वार में अस्थि प्रवाह की प्रथा पर रोक लगी हुई थी। दो लॉकडाउन के बाद तीसरे लॉकडाउन में आते-आते पुरोहित समाज की आर्थिक दशा बहुत दयनीय हो रही थी। इसे देखकर ही पुरोहितों की संस्था सक्रिय हो गयी थी। गत माह 23 अप्रैल को कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीकान्त वशिष्ठ के साथ पुरोहित समाज के वरिष्ठ लोगों ने मांगपत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं केबिनेट मंत्री मदन कौशिक से अस्थि विसर्जन को शुरू करवाने की मांग की थी। श्री रमन ने कहाकि पुरोहितों की मांग को सरकार ने महामारी के समय वर्तमान के स्वास्थय नियमांे के आधार पर अन्य राज्यों से अनुमति लेकर आ रहे दो लोगांे को अस्थि, भष्मी को हरकी पौड़ी पर विसर्जन करने की अनुमति दे दी है। पुरोहित समाज की और से महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ महामंत्री श्रीकान्त वशिष्ठ, उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिखौला, पूर्व सभासद कन्हैया खेवडि़या एवं महासभा के राष्ट्रीय सह प्रवक्ता अविक्षित रमन ने कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक एवं राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत के इस निर्णय की प्रशंसा करते हुए आभार जताया है। सरकार के निर्णय से प्रतीक्षा में देश के राज्यों के अस्थि कर्म करने वालों को भी राहत मिल जाएगी।