हरिद्वार। लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे उत्तराखंडी प्रवासियों को लाने का काम किया जा रहा है। हरिद्वार में गुरुवार को स्पेशल ट्रेन के जरिये कर्नाटक के बेंगलुरु से 1,341 लोगों को लाया गया। हरिद्वार पहुंचे लोगों ने इस दौरान त्रिवेंद्र सरकार जिंदाबाद के नारे लगाये।
उत्तराखंड के लोगों को लेकर आज तीसरी स्पेशल ट्रेन हरिद्वार रेलवे स्टेशन पहुंची। ये स्पेशल ट्रेन बीते 12 मई को बेंगलुरु के चिक्काबनावारा स्टेशन से उत्तराखंड के लिये चली थी। स्पेशल ट्रेन के जरिए हरिद्वार पहुंचने पर प्रवासियों के चेहरे पर मुस्कान दिखी। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर लोगों ने त्रिवेंद्र सरकार जिंदाबाद के नारे लगाये। स्पेशल ट्रेन में उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी और उत्तरकाशी जिले के रहने वाले लोगों को लाया गया। ट्रेन के जरिए हरिद्वार पहुंचने पर स्टेशन पर अधिकारियों ने तालियां बजाकर लोगों का स्वागत किया। स्पेशल ट्रेन के जरिए टिहरी के सबसे ज्यादा 690 प्रवासियों को लाया गया है। इस दौरान घर वापसी को लेकर लोगों के चेहरे पर खुशी नजर आयी। हरिद्वार पहुंचते ही लोगों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जिंदाबाद के नारे लगाये। प्रवासियों ने कहा कि लॉकडाउन के बीच घर लाने के लिये वे उत्तराखंड सरकार का आभार व्यक्त करते हैं। श्रमिक एक्सप्रेस में कई प्रवासी चढ़े ही नहीं। रेलवे प्रशासन ने सूरत के 167 लोगों के लापता होने की खबर को भ्रामक बताया है। स्टेशन डायरेक्टर अतुल शर्मा ने बताया कि सूरत से रेलवे प्रशासन को करीब 12 सौ यात्रियों के आने की सूचना मिली थी। रात्रि में जब ट्रेन पहुंची तो उसमें से 1173 लोग पहुंचे। उन्होंने सूरत रेल प्रशासन के हवाले से यह संभावना जताई 27 लोग किन्ही कारणों से ट्रेन नहीं पकड़ पाए। जिसकी वजह सूरत रेल प्रशासन तलाश रहा है। स्टेशन डायरेक्टर अतुल शर्मा के अनुसार सूरत से ट्रेन हरिद्वार के लिए चली थी। उत्तराखंड के कई लोगों ने मूल गृह जनपद के बजाय रजिस्ट्रेशन के वक्त हरिद्वार लिखवा दिया। इस वजह से हरिद्वार के स्थानीय 9 लोग ही निकले। हरिद्वार एडीएम केके मिश्रा ने कहा कि स्पेशल ट्रेन के जरिए आज बेंगलुरु से 1,341 प्रवासियों को लाया गया है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग और मेडिकल जांच की गयी। साथ ही लोगों के खाने की व्यवस्था भी की गयी। लोगों को घर भेजने के लिये बसों की व्यवस्था की गयी है। जल्द ही सभी लोगों ने उनके निवास स्थान पर भेजा जाएगा।