रुड़की/संवाददाता
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के महामंत्री उमेश प्रधान ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपते हुए मांग की कि परंपरागत कावड़ यात्रा इस बार भी आवश्यक निर्देश के साथ और महामारी को देखते हुए प्रारंभ की जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बजरंग दल के समस्त कार्यकर्ता व हिंदू समाज भारतीय संस्कृति और परंपरा के उपासक, समर्थक और रक्षक है। परंपरा के अनुसार सैकड़ों वर्षो से चलने वाली कावड़ यात्रा इस वर्ष भी 6 जुलाई प्रथम सोमवार से आयोजित होनी है, जिसके लिए कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य संबंधी उचित कदम उठाए जाने चाहिए। सभी यात्रियों को सरकार तहसील केंद्र पर मोबाइल व्हाट्सएप के माध्यम से पंजीकरण करने की व्यवस्था करें। पंजीकरण यात्रियों का सरकार द्वारा कोरोना टेस्ट कराया जाए, कावड़ यात्रियों के लिए जलपान, निवास तथा सेवा संस्थान का भी पंजीकरण करके उन सेवा कैम्पों में सेवार्थीयोका भी कोरोना टेस्ट किया जाए, जिनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया है, उन्हें कावड़ यात्रा में या कावड़ यात्रियों की सेवा में सम्मलित होने की अनुमति प्रदान की जाए, संस्कृति के आधार पर ही समाज जीता है परंपरा ही संस्कृति का प्राण है। परंपरा को कानून माना जाता है, वेद काल से श्रावण मास में भगवान शंकर की उपासना जलाभिषेक यात्रा कावड़ यात्रा के रूप में यह हमारा परंपरागत अधिकार है। कोरोना टेस्ट के खर्च का वहन सरकार करें, कावड़ यात्रा की परंपरा का सरकार द्वारा पालन किया जाए, साथ ही मुसलमानों की बेटियों के विवाह में दिए जाने वाला अनुदान और मुस्लिम छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप के पैसे की तुलना में कांवड़ यात्रियों के टेस्ट में देने वाली राशि बेहद कम है। उन्होंने कहा कि सरकार राम-कृष्ण एवं शिव भक्तों के समर्थन से बनी सरकार महादेव की परंपरा को नहीं रोकेगी और उसे यदि रोकने का प्रयास किया गया तो अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल भगवान महादेव की कावड़ यात्रा की रक्षा के लिए व्यापक लोकतांत्रिक शांतिपूर्ण जागृति अभियान चलाएगा। इस मौके पर कंवरपाल सैनी ,रविंद्र सैनी, अरविंद चमौली ,सतेंद्र शर्मा ,शिबू सैनी ,बॉबी , नीरज आदि लोग मौजूद रहे।