हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के उस बयान पर कड़ा विरोध जताया है जिसमें उन्होंने कहा है कि असली अयोध्या नेपाल में है और नकली अयोध्या भारत में है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि अयोध्या भारत में ही है और उत्तर प्रदेश में है। इसको लेकर हमारे पास प्रमाण भी मौजूद हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि नेपाल चीन के हाथों में खेल रहा है और भारत के खिलाफ गलत बयानबाजी कर रहा है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने नेपाल के प्रधानमंत्री को मानसिक रूप से बीमार बताते हुए कहा है नेपाल के नागरिकों का यह दुर्भाग्य है कि उन्हें ऐसा प्रधानमंत्री मिला है। आज पूरा देश नेपाल के प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य का विरोध कर रहा है। नेपाल के प्रधानमंत्री अपने देश को विनाश की तरफ ले जा रहे हैं। भारत और नेपाल मित्र राष्ट्र हैं लेकिन नेपाल के प्रधानमंत्री चीन के बहकावे में आकर लगातार संबंध खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने देश के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील की है कि वह एकजुट होकर नेपाल के प्रधानमंत्री के इस बयान का कड़ा विरोध करें और उन्हें अपने इस गलत बयान पर देश से माफी मांगने के लिए भी मजबूर करें। उन्होंने पीएम मोदी से भी यह मांग की कि नेपाल के प्रधानमंत्री के इस बयान का कड़ा विरोध करें ताकि नेपाल के प्रधानमंत्री देश से माफी मांगने को मजबूर हो। कहाकि नेपाल के प्रधानमंत्री मानसिक रूप से बीमार हो चुके हैं। इसलिए उन्हें प्रधानमंत्री पद पर बने रहने का भी कोई अधिकार नहीं है। नेपाल के नागरिकों को चाहिए कि वे उन्हें तत्काल प्रधानमंत्री का पद छोड़ने के लिए बाध्य करें। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है जल्द ही अखाड़ा परिषद की होने वाली बैठक में भी इस मुद्दे पर साधु संत चर्चा करेंगे और अपना कड़ा विरोध भी दर्ज कराएंगे। वहीं दूसरी ओर विरोध जताने वाले संतों में श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह, श्रीमहंत रघुमुनि, श्रीमहंत दुर्गादास, मुखिया महंत भगतराम, स्वामी ऋषिश्वरानन्द, महंत रूपेंद्र प्रकाश, महंत निर्मलदास, स्वामी हरिचेतनानंद, महंत प्रेमदास, महंत रोहित गिरी, श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, स्वामी बालकानंद गिरी सहित कई संतों ने नेपाल के प्रधान मंत्री के बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि उन्हें भारतवासियों से माफी मांगनी चाहिए। क्योंकि प्रभु श्रीराम का जन्म अयोध्या में ही हुआ है और वह अयोध्या में ही रहे हैं। बड़े हुए हैं और वहीं रहकर उन्होंने कई चमत्कार समस्त संसार को दिखाए हैं।