हरिद्वार। आगामी 25 जुलाई शनिवार को नागपंचमी का पर्व मनाया जाएगा। नाग पंचमी सूर्य के नक्षत्र में होगी। इस दिन सर्पों की पूजा करने से सर्प दोष का निवारण होता है।
ज्योतिषाचार्य पं. प्रतीक मिश्रपुरी के मुताबिक इसी दिन सर्प दोष जो जन्म कुंडली में होता है उसका निवारण भी किया जाता है। इस दिन चांदी का सर्प बनवाकर सर्प मुख से राहु की पूजा तथा पूछ की तरफ से केतु की पूजा की जाती है। बताया कि पूजन के बाद उस सर्प को भगवान महादेव पर अर्पण किया जाता है। इससे सर्प दोष दूर होता है। श्री मिश्रपुरी ने बताया कि सर्प दोष से संतान प्राप्ति में कष्ट होता है। या समझ में न आने वाले रोग से व्यक्ति ग्रसित होता है। बताया कि इस दोष के कारण प्रेत जन्य बीमारियां भी होती हैं। कहाकि सर्प दोष कुण्डली में पंचम से एकादश में हो तो सबसे ज्यादा परेशान करता है। उक्त उपाय करने से ये दोष दूर हो जाता है। इसी दिन योगी कुण्डलिनी जागरण योगी शिव के आशीर्वाद से करते हैं। बताया कि कुण्डलिनी का मुख राहु है और पूछ केतु है। इस दिन सर्प की पूजा करने से तथा शिव पूजा करने से कुण्डलिनी शक्ति जाग्रत हो जाती है। कुण्डलिनी शक्ति जागरण के लिए नाग पंचमी का दिन श्रेष्ठ है। श्री मिश्रपुरी ने कहाकि जिस व्यक्ति को कुण्डलिनी जागरण हो जाता है उसे अष्ट सिद्धि की प्राप्ति होती है।