हरिद्वार। राजाजी राष्ट्रीय पार्क भले ही टाइगर के लिए रिजर्व हो लेकिन इसे हाथियों का भी घर कहा जाता है। इन दिनों कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हाथियों पर भी खतरा दिखाई दे रहा है। खासतौर से उन हाथियों पर जो पार्क में वेतन भोगी हैं और बहुत सारे कामों को बतौर ड्यूटी अंजाम देते हैं। ज्यादातर पालतू हाथी चीला रेंज में रहते हैं। यहां आसपास संक्रमित लोगों की बढ़ती तादाद को देखते हुए इन हाथियों को दूसरी रेंज में शिफ्ट किया जा रहा है।
राजाजी राष्ट्रीय पार्क की चीला रेंज में कई हाथी हैं जो एक तरह से पार्क के कर्मचारी हैं और गश्ती ड्यूटी के अलावा अन्य कार्यों को अंजाम देते हैं। चीला से सटे आबादी क्षेत्रों में कोरोना का संकट बढ़ता जा रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज अलर्ट मोड में आ गयी है। चीला रेंज स्थित चीला पॉवर प्रोजेक्ट कालोनी में कोरोना के कई सकारात्मक मरीज मिलने के बाद पार्क महकमे ने यंहा मौजूद अपने कई पालतू हाथियों को अन्य रेंजों में शिफ्ट कर दिया है।
राजाजी टाइगर रिजर्व के रेंज अधिकारी अनिल पैन्यूनी के मुताबिक वे कोई भी रिस्क नहीं उठाना चाहते है। एहतियातन तीन बड़े पालतू हाथियों को पार्क की मोतीचूर रेंज में शिफ्ट किया गया है तथा शिशु गजराजों को पार्क की ही रवासन यूनिट भेज दिया गया है। साथ ही आबादी से सटे क्षेत्रों के लिए एक टीम गठित कर लोगांे पर नजर रखने के साथ ही वन्यजीवों की सुरक्षा भी की जा रही है।