परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, एजेंसी प्रबंधक ने मामले सुलझाया
हरिद्वार। गैस एजेंसी के गोदाम परिसर में पेड से लटकर फांसी लगाकर जान देने वाले कर्मचारी के परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव को गोदाम के पास रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने गैस गोदाम पर काम करने वाले कर्मचारियों पर हत्या करने का आरोप लगाया। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर मामले की जांच का अश्वासन देकर गुस्साएं लोगों को शांत किया। गैस एजेंसी के मैनेजर ने मौके पर पहुंचकर एजेंसी की ओर से आर्थिक सहायता के रूप में मृतक की पत्नी को दो लाख रुपए देने का ऐलान किया है। लेकिन फिलहाल मृतक के परिजनों को दस हजार रुपए नगद व एंबुलेंस का खर्चा दिया गया। बताते चले कि 12 सितंबर को कनखल स्थित जमालपुर कला में इंडियन गैस गोदाम में काम करने वाले कर्मचारी पप्पू पुत्र रामनरेश उम्र करीब 48 वर्ष निवासी भक्त सेना हजरतपुर बदायूं उत्तर प्रदेश ने गमछे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। बताया जा रहा हैं कि पुलिस ने रविवार को शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों सुपूर्द कर दिया। लेकिन परिजन शव को लेकर गैस एजेंसी गोदाम के बाहर पहुंचे और शव को गेट के बाहर रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप हैं कि गोदाम में करने वाले अन्य कर्मचारियों ने हत्या कर शव को पेड़ में लटका दिया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे गुस्साएं परिजनों को शांत किया। जिसकी जानकारी मिलते ही गैस एजेंसी प्रबंधक ने मौके पर पहुंच कर परिजनों से मिलकर आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया, दोनों पक्षों की बीच बातचीत होने के बाद एजेंसी के मैनेजर ने मृतक की पत्नी को दो लाख रुपए सहायता के तौर पर देने की बात रखी। बताया जा रहा हैं कि इस सम्बंध् में दोनों पक्षों के बीच लिखित में समझौता नामा होने पर गुस्साएं लोग शांत हुए। एजेंसी प्रबंधक की ओर से फिलहाल मृतक की पत्नी को दस हजार रूपये तत्काल सहायता के रूप में देने तथा एम्बुलेंस का खर्च घर तक का दिया गया। कनखल थाना कार्यवाहक एसओ चंद्र मोहन सिंह ने बताया कि गैस एजेंसी प्रबंधन व मृतक के परिजनों के बीच आम सहमति से समझौता हो जाने के बाद शव को बिना किसी तहरीर दिए अपने साथ अंतिम संस्कार को ले गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी।