हरिद्वार। प्राच्य विद्या सोसायटी कनखल के ज्योतिषाचार्य पं. प्रतीक मिश्रपुरी ने बताया कि 12 सितंबर से गुरु मार्गी हो गए हैं। जो कि बहुत अच्छा संकेत है। क्योंकि अब तक गुरु 29 जून से धनु राशि में वक्र गति से चल रहे थे। जो की इस महामारी को और भी दुश्वर बना रहे थे। इसके बाद 23 सितंबर को ही राहु-केतु अपने गुरु-शुक्र की राशि में आयेंगे। इन्हीं दोनों ग्रहों को कारोना बीमारी का मुख्य उत्पादक माना जा रहा है। बताया कि राहु-केतु वृषभ राशि पर 18 वर्षों के बाद आ रहे हैं। इनका बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। इसके बाद 29 सितंबर को शनि भी मार्गी हो जायेंगे। जो कि 11 मई से अभी तक वक्री गति से चल रहे थे। ये परिवर्तन लोगों को स्वस्थ बना देंगे। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएंगे। बीमारी पर अंकुश लगाने का कार्य करेंगे। 29 सितम्बर के बाद चीन से भी विवाद निपटता नजर आएगा। उन्होंने बताया कि मंहगाई अभी नियंत्रण में नहीं आएगी। लेकिन ये महीना बहुत ही परिवर्तन लेकर आ रहा है। अक्टमबर माह से परिवर्तन दिखाई भी देगे। उन्होंने बताया कि जब से गुरु और शनि वक्री गति को प्राप्त हुए थे तब से करोना नियंत्रण से बाहर हो गया था। अब इन ग्रहों की गति परिवर्तन से देश-विदेश की लाभ हो सकता है। देश में बढ़ रही कोरोना की रफ्तार पर अंकुश लगेगा।