हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के आह्वान पर आंदोलन के दूसरे चरण में जनपद हरिद्वार के पदाधिकारियों ने बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी, जिला होमियोपैथ अधिकारी, हरिद्वार परिसर निदेशक के प्रतिनिधि के रूप में प्रोफेसर ओपी सिंह ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज चिकित्सालय को अपनी मांगांे के संबंध में ज्ञापन सौंपा
जिला अध्यक्ष शिवनारायण सिंह, जिला मंत्री राकेश भंवर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीवन भगत ने कहा कि संघ द्वारा आंदोलन करते हुए 10 दिन हो गए परन्तु किसी भी अधिकारी द्वारा प्रदेश के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया नहीं गया। जबकि चिकिसाधिकारियों ओर नर्सेस संघ को बुला लिया गया। जो कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बिना कोविड महामारी में अग्रिम पंक्ति में खड़े हैं और सबसे छोटे तबके हैं उनके साथ भेदभाव पूर्ण रवैया किया जा रहा है।
प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा प्रदेश अध्यक्ष मनवर सिंह नेगी ने कहा कि 18 से 23 सितम्बर तक जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों के माध्यम से मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई जाएगी। अगर 23 तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती तो 24 सितम्बर से बिना अन्न ग्रहण किये कर्मचारी ड्यूटी करेंगे। अगर कर्मचारियों को कोई भी जनहानि होगी तो उसका समस्त उत्तरदायित्व महानिदेशक, निदेशक कुलसचिव का होगा। उन्हांेने कहाकि ड्यूटी के दौरान भी कोई सुनवाई नहीं होती तो विभागाध्यक्षों का घेराव किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में शिवनारायण सिंह, राकेश भंवर, अरुण, सुमंतपाल, राजपाल, दिनेश लखेड़ा इत्यादि उपस्थित थे।