हरिद्वार। शांति विहार, आर्यनगर, ज्वालापुर, हरिद्वार कॉलोनी के लोग भूमिगत बिजली लाइन, सीवर लाइन, गैस पाइप लाइन डालने के लिये खोदे गए गड्ढों के कारण पिछले 8-10 महीने से नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। सड़क में गड्ढे है या गड्ढों में सड़क है इसका पता ही नहीं चलता। बारिश के दिन तो सड़क पर निकलना दूभर हो ही जाता है। इसके विपरीत इन गड्ढों में गिरने से लोगों को चोटें भी लगती रही हैं। पिछले दिनों सड़क पर इन्हीं गड्ढों के कारण एक फलवाले की गाड़ी पलट गई थी और एक छोटा हाथी फंसने के साथ एक स्कूटी भी गड्ढे में गिर गयी थी। इन सबके बावजूद कॉलोनी की कोई सुध लेने वाला नहीं है। पिछले अगस्त में जब कुछ जागरूक निवासियों ने एक बैठक बुलाई तो उसमें सम्बन्धित भूमिगत बिजली लाईन के अधिकारियों और पार्षदों ने 12 अगस्त तक काम करने का भरोसा कॉलोनी वासियों को दिया था, लेकिन उसके बाद न तो सम्बन्धित अधिकारी दिखाई दिए और न पार्षदों ने काम को सम्पन्न कराने में कोई दिलचस्पी दिखाई। कालोनी की समस्याओं को मद्देनजर रखते हुए शनिवार को फिर कॉलोनी के कुछ जागरूक निवासियों ने नगर निगम की मेयर अनीता शर्मा को कॉलोनी की समस्याएं दिखाने व बताने के लिये अपने बीच बुलवाया। मेयर को आने बीच पाकर कॉलोनी वासियों ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया। जिस पर मेयर ने कॉलोनी के निरीक्षण और कॉलोनीवासियों की समस्याओं को देखते हुए मौके पर ही सम्बन्धित भूमिगत बिजली लाईन डालने वाले अधिकारियों को फोन पर कड़ी चेतावनी देते हुए रुके हुए काम को जल्द से जल्द पूरा करने का आदेश दिया। इस बीच भूमिगत बिजली लाईन डालने वाली कम्पनी के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। मेयर ने उन्हें सख्त लहजे में हिदायत देते हुए रुके हुए काम को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। जिस पर कम्पनी कर्मचारियों ने कहा कि अगले 2-3 दिनों में रुका हुआ काम पुनः शुरू कर दिया जाएगा जो जल्द से जल्द पूरा हो जाएगा। अधूरी पड़ी सीवर लाइन की समस्या को लेकर मेयर ने गंगा प्रदूषण के अधिकारियों को फोन कर कहा कि कॉलोनीवासियों की समस्यायों को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द सीवर को पूरा किया जाए।
कॉलोनी में निरीक्षण के दौरान मनोज सैनी, सरदार एसपीएस चैहान, गौरव खुराना, मुदित नारंग, एम के सिंह, वीरेंद्र पाल, एसके त्यागी, पूनम राय, विनोद कुमार आदि उपस्थित थे।