हरिद्वार। व्यापारियों ने रविवार को कुंभ मेले को सकुशल समय पर कराने के लिए अपर रोड़ पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष डॉ. नीरज सिंघल ने कहाकि पौराणिक सिद्ध पीठों व मठ मंदिरों के सौन्दर्यीकरण के काम भी तेजी के साथ किए जाएं। महाकुंभ मेला हिन्दुओं की आस्था का पर्व हैं। गंगा मां के आशीर्वाद से कुंभ मेला निर्विघ्न संपन्न होना चाहिए। हरिद्वार का व्यापारी कोरोना संकट के कारण भूखमरी की कगार पर हैं। जिस प्रकार से सावन मेला न कराकर प्रशासन अपनी पीठ थपथपा रहा हैं, किन्तु उनको जानकारी होनी चाहिए कि इससे व्यापार पर बहुत बुरा असर पड़ा है। उन्होंने कहाकि थोड़ी सी जो संजीवनी व्यापारी को मिलनी थी, उससे भी व्यापारी के हाथ कुछ न लग पाया। उन्होंने कहा सरकार की भावनाओं से प्रेरित हो रहा है कि सरकार कुंभ मेला कराने की इच्छुक नहीं हैं। अभी तक गंगा घाटांे के कार्य अधूरे पड़े हैं। प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि सनातन परंपराओं का अद्भूत संगम कुंभ मेले में देखने को मिलता हैं। देश-दुनिया से संत-महापुरुषों के साथ श्रद्धालु भक्त धर्मनगरी में धार्मिक क्रियाकलापों में हिस्सा लेते हैं। मेले के दौरान व्यापारी वर्ग को भी रोजी रोटी के लिए संचार उतपन्न होता हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि हरकी पैड़ी सहित विभिन्न गंगा घाटों का सौंन्दर्यीकरण प्रमुखता से होना चाहिए। उन्होंने प्रदेश सरकार से कहाकि कुंभ मेला अगर व्यवस्थित रूप से नहीं लगता तो व्यापारियों के लिए रोजगार की बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। क्योंकि व्यापारी पहले ही टूटकर बेहाल है। यदि कुंभ मेला भी नहीं लगेगा तो व्यापारी आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएगा। कुंभ मेला सम्पन्न कराने की मांग करने वालों में सागर सक्सेना, विकास कुमार, दिनेश साहू, दिनेश कुकरेजा, पवन सुखिजा, सूरज कुमार, रिंकू सक्सेना, ऋषभ गोयल, मोहन दास गोस्वामी, गगन गुगनानी, अजय रावल, सुनील कुमार, सुरेश कुमार, महेन्द्र कुमार, नितिश कुमार, अमन कुमार, प्रिंस रावत, अतुल चैहान, मन्नू, मनीष चैहान, विनोद, राजेश अग्रवाल,गोपाल गोस्वामी, सुनील त्यागी आदि व्यापारी मौजूद थे।