रुड़की/संवाददाता
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने रुड़की के वरिष्ठ कांग्रेस नेता व शिक्षक रतिराम शास्त्री के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्वर्गीय रतिराम जीवन भर कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता के रूप में समाज सेवा करते रहे और कभी किसी पद या धन की लालसा नहीं रही। रावत ने टेलीफोन पर अपनी संवेदना रतिराम शास्त्री के परिवार के प्रति व्यक्त करते हुए कहा कि सैनी समाज के लिए उन्होंने जो सेवाएं दी, उनके लिए भी सैनी समाज उनका आभारी रहेगा। उनसे हम सबको बहुत कुछ सीखने की ज़रूरत है, क्योंकि वे हर धर्म के लोगों का सम्मान करते थे और भारतीय संस्कृति के सच्चे पोषक थे। सैनी समाज में शैक्षिक जागृति और सुधार के लिए अनेक संस्थाओं से जुड़े रहे और युवाओं का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 27 सितम्बर को समय निकाल उनकी तेहरवीं में शामिल होने का पूरा प्रयास करूंगा। उनके परिवार के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है। उत्तराखंड उर्दू अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व अंतरराष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी ने कहा कि स्वर्गीय रति राम शास्त्री एक समाज सेवी के साथ-साथ एक सम्मानित गुरु और एक आदर्श अध्यापक भी रहे। उनके अनेक शिष्य राजनीति, प्रशासन, सेना और शिक्षा के क्षेत्र में उच्च पदों पर रह कर देश की सेवा कर रहे हैं, जो रुड़की क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। मंगलौरी ने मांग की कि स्वर्गीय रतिराम शास्त्री के नाम पर किसी शैक्षिक भवन या मार्ग को समर्पित किया जाए, जिससे आने वाली पीढ़ी को उनके योगदान की जानकारी मिल सके।