हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने खड़खड़ी में बैठक कर जिला प्रशासन से साप्ताहिक बंदी निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने कहाकि कोरोना के चलते अब 6 महीने बाद कुछ यात्रियांे का आवागमन शुरू हुआ है। आर्थिक रूप से टूट चुके व्यपारियांे को कुछ राहत मिली है। प्रशासन को अब हरिद्वार शहर जो कि पर्यटन पर ही निर्भर है वहां राहत देते हुए बुधवार और शनिवार की साप्ताहिक बंदी को निरस्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहाकि साप्ताहिक बंदी का उद्देश्य कोरोना काल में सेनेटाइज ओर दवाइयों के छिड़काव के लिए रखा गया था लेकिन सिर्फ लाॅकडाउन में नाममात्र को ही साप्ताहिक बंदी के दिन छिड़काव हुआ अब वो भी नहीं हो रहा है तो बंदी का कोई औचित्य नहीं है। सेठी ने कहाकि व्यापारी पहले से परेशान है। सरकार द्वारा कोई राहत न देने की वजह से उसके पास बिजली-पानी, स्कूल की फीस के पैसे भी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में दुकानें बंद होने से सिवाय नुकसान के अलावा कुछ हासिल नहीं होगा। दूसरी तरफ सुनील सेठी ने प्रसाशन को अवगत करवाते हुए व्यापार मंडलों की स्तिथि से भी पुनः अवगत करवाया। व्यापार मंडलों की स्थिति जानते हुए सिर्फ किसी विशेष गुट से ही विचार विमर्श छोड़कर सभी गुटों को विश्वास में लिए बिना कोई फैसला या निर्णय नहीं लेने की सलाह भी दी। उन्होंने कहाकि किसी भी प्रकार की कमेटी में धरातल पर कार्यरत सदस्यों को जगह देनी चाहिए। निष्पक्ष सदस्यों को शामिल किया जाना चाहिए। अन्यथा ऐसी जांच कमेटियों का कोई औचित्य नहीं बैठता। बैठक में राजेश सुखीजा, प्रदीप कुमार, दीपक मेहता, भूदेव शर्मा, धर्मपाल प्रजापति, राजेश शर्मा, विनोद कुमार, गणेश शर्मा, अरुण शर्मा, सोनू सुखीजा, प्रीतम सिंह, सुभाष ठक्कर उपास्थि रहे।