साल भर पहले हुआ था आरोपी पर ढाई हजार का इनाम घोषित
वारदात में शामिल तीन आरोपी पूर्व में जा चुके हैं जेल
हरिद्वार। दो साल पूूर्व फर्जी आईडी बनाकर धोखाधडी करते हुए 18 लाख हड़पने वाले मास्टरमाइंड को सिड़कुल पुलिस ने क्षेत्र से गिरफ्रतार कर लिया। जबकि इस मामले में शामिल तीन आरोपी पूर्व में ही पकडे जा चुके है। धोखाधडी के मास्टरमाइंड पर एक साल पूर्व एसएसपी द्वारा ढाई हजार का ईनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने आरोपी को मेडिकल कराने के बाद न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसको जेल भेज दिया गया है। सिडकुल थाना प्रभारी लखपत सिंह बुटोला ने बताया कि रजनीश कुमार शर्मा पुत्र सत्यदेव शर्मा निवासी रावली महदूद सिडकुल ने 12 मई 2018 को सिड़कुल थाने में तहरीर देते हुए शिकायत दर्ज करायी थी कि ओमप्रकाश कुशवाहा पुत्र तपेश्वर कुशवाहा निवासी हरियावाला चौक काशीपुर उधमसिंह नगर, केवल शर्मा पुत्र किशन चंद शर्मा निवासी सुभाष नगर काशीपुर उधमसिंह नगर व सुनील कुमार पुत्र हरिशंकर निवासी फव्वारा चौेक संत सिटी एक्सट्रैक्शन काॅलोनी बरेली उत्तर प्रदेश द्वारा धोखे की नीयत से फर्जीवाडा कर दूसरी वेबसाइट टीडीआई फिल्म प्रोडक्शन खोलकर उससे व उसके परिचितों से धोखाधडी कर 18 लाख आनलाइन गबन कर लिये। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने जांच के बाद तीनों आरोपियों को 09 नवम्बर 18 को गिरफ्रतार कर लिया था। पूछताछ के दौरान दबोचे गये आरोपियों ने घटना के मास्टरमाइंड विनोद कुमार चौरसिया पुत्र शिवनाथ चौरसिया निवासी मोहल्ला भगवंत पुरम सिंधी काॅलोनी नरपता खेड़ा थाना पारा लखनऊ उत्तर प्रदेश का नाम उजागर हुआ था, तभी से पुलिस धोखाधडी के मास्टरमाइंड विनोद कुमार चौरसिया की तलाश में थी। लेकिन आरोपित पुलिस के हत्थे नहीं चढ रहा था। वर्ष 2019 में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने फरार आरोपी पर ढाई हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया था। पुलिस फरार आरोपी को दबोचने के लिए कई बार उसके घर पर दबिश दी गयी, लेकिन हत्थे नहीं चढ पाया। पुलिस का शिंकजा कसंता देख आरोपी न्यायालय में सरेंडर करने का प्रयास में था। इसी दौरान पुलिस ने सोमवार को मुखबिर की सूचना पर आरोपी को न्यायालय के पास से दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर मेडिकल कराने के पश्चात न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसको जेल भेज दिया।