हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के महंत आशीष गिरि ने रविवार की सुबह खुद को गोली मारकर आत्म हत्या कर ली। हत्या के बाद से संत समाज में शोक की लहर है। पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर मुआयना किया और पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। महंत आशीष गिरि घटना को अंजाम प्रयागराज में दिया।
निरंजनी अखाड़े के संतों से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह महंत आशीष गिरि ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। घटना की खबर मिलते ही डीआईजी, एसपी सिटी समेत फॉरेंसिंक टीम घटनास्थल पर पहुंची। उन्हें करीब से जानने वाले संतों का कहना है कि महंत आशीष गिरि अपनी बीमारी को लेकर काफी परेशान रहते थे। बताते हैं कि उनका लिवर खराब हो गया था, इसी से वह परेशान रहते थे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि भी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि रविवार सुबह ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने महंत आशीष गिरि से फोन पर बात की थी। उन्हें नाश्ते के लिए मठ में बुलाया था। फोन पर आशीष गिरि ने कहा था कि वह स्नान करने के बाद आ रहे हैं। कुछ देर बाद जब वह नहीं आए, तब मठ के लोग उनके आवास पर गए। दूसरी मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा खुला था। नीचे जमीन पर बिस्तर पर खून से लथपथ आशीष गिरि का शव पड़ा था। बताया कि उनके हाथ में पिस्टल थी। घटना के बाद सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का मुआयना कर शव को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। घटना के बाद से निरंजनी अखाड़़े और उनके जानकार संतों में शोक की लहर है।