रुड़की/संवाददाता
माधोपुर गांव में दो महीने पहले पकड़ी गई नकली दवाइयों की फैक्ट्री से लिए गए सैंपल की रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में सामने आया है की दवाई में किसी भी तरह का कोई केमिकल नहीं मिलाया गया है, यानी दवा पूरी तरह से फर्जी पाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद अब ड्रग विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं।
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के माधोपुर गांव में पुलिस ने ड्रग विभाग के साथ मिलकर एक दवा बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा था, जहां से भारी मात्रा में नामी कंपनी की नकली दवाइयां बरामद हुईं थी, पुलिस ने फैक्ट्री के दो मालिकों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। ड्रग विभाग के द्वारा लिए गए सैंपल की रिपोर्ट आ गई है, जिसमे सामने आया है कि दवा नकली है और फैक्ट्री का मालिक नामी कंपनी के नाम से नकली दवा बनाकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा था। इसके बाद ड्रग विभाग भी हैरान है। इसमें बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर इतने लंबे समय से नकली दवा का कारोबार कर रहे इस फेक्ट्री स्वामी पर विभाग की नजर क्यों नही पड़ी। कुल मिलाकर इस फैक्ट्री के भंडाफोड़ होने के बाद ड्रग विभाग फिर चर्चाओं में आ गया है।